Motu Patlu E-Comics: मोटू पतलू और क्रिसमस
दोपहर का वक़्त था मोटू और पतलू आराम से बातें कर रहे थे, कि तभी मोटू अचानक से नाचने लगता है और चिल्लाता है कि आ गया 25 दिसंबर आ गया। पतलू मोटू को देखकर हैरान हो जाता है कि अचानक से मोटू को क्या हो गया।
दोपहर का वक़्त था मोटू और पतलू आराम से बातें कर रहे थे, कि तभी मोटू अचानक से नाचने लगता है और चिल्लाता है कि आ गया 25 दिसंबर आ गया। पतलू मोटू को देखकर हैरान हो जाता है कि अचानक से मोटू को क्या हो गया।
एक दिन पतलू, घसीटा और डॉ. झटका तीनों आपस में बातें कर रहे थे। बातें करते करते वे लोग मोटू का समोसों के प्रति प्रेम के बारे में बातें करने लगे, घसीटा बोल रहा था कि कुछ भी हो जाए मोटू से समोसे लेना पहाड़ तोड़ने के बराबर है।
गर्मी का मौसम चल रहा था, लोगों का गर्मी से बुरा हाल हो रहा था। मोटू पतलू भी गर्मी से काफी परेशान थे, मोटू ने पतलू से बोला कि पतलू भाई मन तो ऐसा कर रहा है कि किसी 5 स्टार होटल में जा के नहाऊं और वहीं रहूँ।
एक दिन की बात है मोटू, पतलू, डॉ. झटका और घसीटा फुफुरी नगर की सैर पर निकले थे कुछ दूर चलते ही रास्ते में उन्हें एक बच्चा दिखाई दिया जो बहुत जोर-जोर से रो रहा था। मोटू ने बोला कि चलो चलकर देखते हैं कि ये बच्चा क्यूँ रो रहा है।
मोटू और पतलू घर की सफाई कर रहे थे इतने में पतलू को एक छतरी मिलती है, पतलू बाहर आता है और मोटू से बोलता है कि मोटू ये देख मुझे क्या मिला, मोटू बोलता है की ऐसा क्या ही मिल गया तुझे जो इतना खुश हो रहा है।
दिसंबर का महीना चल रहा था, ठंड भी तेज़ हो रही थी। मोटू और पतलू दोनों पार्क से धुप सेंक कर आ रहे थे मगर रास्ते में उनको कुछ बच्चे मिलते हैं और वे सारे रो रहे थे। मोटू जल्दी से उन बच्चों के पास जाता है।