Natkhat Neetu E-Comics: नटखट नीटू और लाल रंग की किताब
गर्मी की छुट्टियां ख़त्म होने वाली थीं, टीटा अपनी नानी के घर से लौट कर आ गया था। इधर नीटू और उसके साथी घर में आराम कर रहे थे। तभी टीटा वहां आता है और रोबो को सामने देख कर रोबो से पूछता है।
गर्मी की छुट्टियां ख़त्म होने वाली थीं, टीटा अपनी नानी के घर से लौट कर आ गया था। इधर नीटू और उसके साथी घर में आराम कर रहे थे। तभी टीटा वहां आता है और रोबो को सामने देख कर रोबो से पूछता है।
एक दिन की बात है मौसम बहुत अच्छा हो रहा था, हवा भी चल रही थी। टीटा घर से बाहर निकलता है तो मौसम को देखकर उसका मन पतंग उड़ाने का करने लगता है।
साल का पहला दिन था नीटू अपने घर में छुट्टी का मज़ा ले रहा था। तभी टीटा भी नीटू के घर आ जाता है और आते ही सबको हैप्पी नई ईयर विश करता है और नीटू से पूछता है की इस साल क्या नया करोगे नीटू?
एक दिन नटखट नीटू अपने दोस्तों के साथ पार्क में घूम रहा था, तभी नीटू बोलता है की चलो अब गर्मी से राहत मिलेगी वो देखो काले बादल आ रहे हैं। तभी टीटा बोलता है की नीटू बादल कुछ ज्यादा ही काले नज़र आ रहे हैं।
एक दिन टीटा और डोगो दोनों आपस में बातें कर रहे थे, टीटा बोल रहा था की मैं अपने स्कूल में 100 मीटर रेस में फर्स्ट आया हूँ मैं बहुत तेज़ दौड़ सकता हूँ। इसपर डोगो बोलता है की टीटा ऐसा नहीं है मैं तुमसे भी तेज़ दौड़ सकता हूँ।
नटखट नगर में मेला लगा हुआ था, उस मेले में जादूगर पॉल भी आया हुआ था। जादूगर पॉल बहुत ही फेमस जादूगर था उसके आने की वजह से मेले में रौनक और भी बड़ गयी थी। जादूगर के आने की बात डॉ. डेविल को भी पता चल गयी थी।
नटखट नगर में मेला लगा हुआ था, नीटू, टीटा और टेडी तीनों मेला घूमने गए हुए थे। वहां उन तीनों ने बहुत मज़े किये मगर नीटू ने टेडी को गुब्बारे नहीं दिलवाये। वापस लौटते समय टेडी नीटू से इसी बात पे नाराज़ था।