Games/Puzzles: रास्ता ढूंढ़ो
एक गांव में एक धनि सेठ रहता था, उसके पास एक बहुत बड़ा फार्म था। जिसमे उसने कई सारे जानवर पाल रखे थे जैसे गाय, सूअर, बत्तख और मुर्गियां। उन सभी जानवरों में आपस में बहुत प्रेम था, उनके बच्चे भी आपस में मिल कर खेलते थे।
एक गांव में एक धनि सेठ रहता था, उसके पास एक बहुत बड़ा फार्म था। जिसमे उसने कई सारे जानवर पाल रखे थे जैसे गाय, सूअर, बत्तख और मुर्गियां। उन सभी जानवरों में आपस में बहुत प्रेम था, उनके बच्चे भी आपस में मिल कर खेलते थे।
ठण्ड का टाइम चल रहा था, चम्पक वन के सभी जानवर दिन में सूरज निकलते ही खाने की खोज में बाहर निकल जाते थे। एक दिन चीकू खरगोश की मम्मी चीकू को घर पर ही छोड़ कर खाने की तलाश में बाहर निकल गईं।
नन्हे पाठकों नीचे दिए गए चित्र में एक भूल भुलैया है, मगर ये भूल भुलैया कोई आम भूल भुलैया नहीं है। ये भूल भुलैया नटखट नगर के राजा ने अपने किले को आक्रांताओं से बचाने के लिए बनवाया था।
एक राजा था जिसका नाम हेमराज था, उस राजा को शिकार करना बहुत पसंद था एक दिन जब वह शिकार करने गया तो उसने देखा की एक पांडा का बच्चा है जो बिलकुल अकेला ही घूम रहा है। राजा ने सोचा की लगता है इस पांडा के परिवार को शिकारियों ने मार डाला है।
गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, शेख चिल्ली भी छुट्टियों का माज़ा ले रहा था। एक दिन शेख चिल्ली अपनी नानी के घर जाने को सोचता है, मगर जब वह ये बात अपनी मम्मी से बोलता है तो उसकी मम्मी मन कर देती हैं।
दिलदार ननगर नाम का एक गांव था, उसके आस पास एक जंगल था उस जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे। उनमे से कुछ छोटे जानवर उस गांव के आस पास ही रहा करते थे।
संडे का दिन था मोनू सुबह ही बीच पर जाने के लिए तैयार हो गया था, चूँकि बीच उसके नानी के घर से पास था इसलिए वह पैदल ही उधर निकल पड़ा जैसे ही वह बीच पर पहुंचा उसने देखा कि बच्चे वहां रेत के टीले बना रहे थे।
एक दिन शेख चिल्ली और नूरी जिन्न बातें कर रहे थे, नूरी बोल रहा था कि मेरे पास बहुत सारी शक्तियां हैं मैं कुछ भी कर सकता हूँ। शेख चिल्ली उसको समझा रहा था कि नूरी अगर दिमाग से काम नहीं लोगे तो ये सारी शक्तियां तुम्हारे किसी काम नहीं आएँगी।