Motu Patlu E-Comics: ठण्ड है भाई
सर्दी का समय चल रहा था मोटू बाजार से घर लौट रहा था और अपने आप से बातें कर रहा था की सर्दी तो बहुत ज्यादा पड़ रही है, ऊपर से गर्म कपड़ों के दाम तो आसमान छु रहे हैं। मोटू यही सब सोचता हुआ घर पहुंचा तो पतलू ने उससे पुछा।
सर्दी का समय चल रहा था मोटू बाजार से घर लौट रहा था और अपने आप से बातें कर रहा था की सर्दी तो बहुत ज्यादा पड़ रही है, ऊपर से गर्म कपड़ों के दाम तो आसमान छु रहे हैं। मोटू यही सब सोचता हुआ घर पहुंचा तो पतलू ने उससे पुछा।
नीटू अपने गार्डन में बैठा हुआ था तभी टीटा वहां आता है और नीटू से बोलता है की भाई नीटू मेरा फेवरेट शीशा गायब हो गया है। नीटू टीटा की बात सुनकर हँसता है और बोलता है की भाई एक छोटे से शीशे के लिए क्यों ही परेशान हो रहे हो।
एक दिन चेलाराम एक घर के सामने खड़े होकर घंटी बजाने की कोशिश कर रहे थे, मगर वो घंटी उनकी पहुँच से काफी दूर थी। जिसकी वजह से वो बार बार कूद कूद कर उसको बजाने की कोशिश कर रहे थे।
एक दिन मोटू घर पर बहुत उदास बैठा था तभी पतलू वहां आता है और मोटू से पूछता है की क्या हुआ भाई इतना उदास क्यों बैठा है तेरा इंस्टाग्राम उड़ गया या फेसबुक, व्हाट्सएप कुछ ब्लॉक हो गया है?
एक दिन डॉ. झटका मोटू पतलू के घर जा कर दोनों को बताते हैं की उसने एक नया आविष्कार किया है, जिससे आदमी पक्षियों की तरह आसमान में उड़ सकता है। डॉ. झटका की बात सुनकर मोटू बहुत खुश हो जाता है।
पपीता राम खाने के शौक़ीन तो हैं ही, साथ ही अगर कोई नयी दुकान खुले तो वो उसके यहाँ का हर एक आइटम ज़रूर चखते हैं। एक दिन पपीता राम के घर के पास मार्किट में एक नयी भेल पूरी की दुकान खुली।
अभी कुछ दिन पहले ही भारत कोरोना के प्रकोप से बाहर आया था, मगर ये बात मिस्टर वायरस को बिलकुल भी पसंद नहीं आयी थी। उसने भारत में कोरोना ख़तम होते ही लेबोरेटरी में एक और नया आविष्कार करने में लग गया था।