सितंबर में हमारा स्वास्थ्य : सितंबर का महीना आधा बीत चुका है और मौसम पहले की तरह भीषण गर्मी वाला नहीं रहा. साथ ही अब सुबह के समय उजाला देर से होने लगा है जबकि शाम जल्दी ढलने लगी है. ये बदलाव साफतौर पर नोटिस किए जा सकते हैं. इन्हें देखते हुए अब आपको अपनी डायट (Diet) और डेली रुटीन (Daily routine) में भी कुछ बदलाव कर लेने चाहिए. ताकि आप बीमार होने से बचे रहें और आपका शरीर सर्दियों के स्वागत के लिए तैयार हो सके
सबसे पहले तो नियमित जांच, शारीरिक परीक्षण और चिकित्सा परीक्षण कराएं, क्योंकि यदि समय रहते पता चल जाए तो कई बीमारियों को रोका जा सकता है। और योग पर ध्यान दें यह समय सुबह जल्दी उठने के लिए एकदम जबरदस्त है सुबह जल्दी उठे और नित्य कर्म को निपटाकर पड़ोस के पार्क में जाए या कोई योगा क्लास अटेंड करें वहां मौजूद ट्रेनर के निर्देशों का पालन करते हुए शरीर को योगा करने के लिए ढालें, सूर्य नमस्कार मयूरासन और शीर्ष आसान आपके लिए एकदम ठीक रहेगा क्योंकि योग आसनों से आपका शरीर तो चुस्त दुरुस्त रहेगा ही साथ ही आपके दिमाग को भी शानदार खुराक मिलेगी,और हां ध्यान लगाना बिल्कुल भी ना भूले क्योंकि ध्यान से ही आप अपनी पढ़ाई लिखाई और दिनचर्या को अच्छा बना सकते हैं।
अब यहां एक और सवाल आता है कि क्या खाया जाए, तो दोस्तों वसा युक्त चीज और फैट बढ़ाने वाली चीजों को एकदम से अवॉइड करें क्योंकि हल्की फुल्की सर्दी की वजह से आपको ज्यादा बैठना पड़ सकता है और ऐसी स्थिति के लिए यह चीज बिल्कुल भी सही नहीं है अधिक भोजन करने से मोटापा बढ़ सकता है,
सितंबर के मौसम में फास्ट फूड को तो एकदम से ना कहें क्योंकि ज्यादा सर्दी और ज्यादा गर्मी न होने के कारण जो यह सितंबर का मौसम है वह बैक्टीरिया के पनपने का सही समय है और फास्ट फूड के बारे में तो आप जानते ही हैं कि यह बैक्टीरिया का घर होते है,
विभिन्न प्रकार के ताजे फल और सब्जियां खाएं और अपनी प्लेट का आधा हिस्सा इन्हीं को बनाएं। लेकिन यहां ध्यान रखें कि आपको बाजार में मिलने वाले कटे हुए फल और सब्जियों को इस्तेमाल कतई नहीं करना है। और सबसे बड़ी बात प्रतिदिन 10-16 कप पानी पीएं,और अपने को व्यस्त रखने के लिए अपनी रुचि का कोई खेल खेलें और पढ़ाई में खूब मन लगाये।