जापान क्यों है सब देशों से तीस वर्ष आगे?
जापान हालांकि क्षेत्रफल के मामले में एक छोटा सा देश है लेकिन टेक्नोलॉजी के मामले में वो बड़े से बड़े देशों से, तीस साल आगे है।
कहते हैं कि ज्ञान का भंडार अथाह होता है यानी कि इसकी कोई सीमा नहीं होती और हमारे बड़े बूढ़ों का मानना है कि ज्ञान जहाँ से भी मिले उसे बटोर लेना चाहिये। इसी पहल को आगे बढ़ाते हुये lotpot.com का फैक्ट्स सेक्शन आपको रूबरू कराएगा कुछ ऐसे तथ्यों से जो आपको हैरान कर देगी। विज्ञान, कंप्यूटर्स, जंगली जीव जंतु, आर्ट्स एवं आर्कियोलॉजी, ब्रह्मांड के रहस्य या फिर राजनीति के पहलू, हम आपके लिये कई सारे तथ्यों का खजाना लेकर आए हैं। तो फिर जाइए और सब्सक्राइब कीजिए lotpot.com को और अपने ज्ञान को असीमित बनाइये।
जापान हालांकि क्षेत्रफल के मामले में एक छोटा सा देश है लेकिन टेक्नोलॉजी के मामले में वो बड़े से बड़े देशों से, तीस साल आगे है।
आज से कई वर्ष पहले रंग भेद के चलते जोहानसबर्ग में अलग अलग नस्लों के पसन्द अनुसार अलग रेस्तरां बने हुए थे। ऐसा कोई रेस्तरां नहीं था जंहा कुछ ऐसा मिलता हो, जो सबको पसंद आए सिवाय ' समोसे की दुनिया' वाला ओरिएंटल प्लाजा रेस्तरां जहां मिलते थे गर्मा गर्म समोसे।
बारिश के मौसम को छोड़कर अक्सर हमें आसमान का रंग नीला दिखता हैं। दरअसल पृथ्वी के वायुमंडल और सूर्य की किरणों के कारण हमें आसमान का रंग नीला प्रतीत होता है। बताया जाता है कि पृथ्वी का वायुमंडल भिन्न भिन्न प्रकार के गैस से मिलकर निर्मित हुआ है और इसके साथ ही इसमें कई तरह के सूक्ष्म पदार्थ भी होते हैं जैसे धूल के कण, धुंआ, नमी ।
जब भी हम भारतीय विमानों में यात्रा करते हैं तो हम देखते हैं कि प्रत्येक विमान (चाहे वह एविएशन कम्पनी का हो, निजी एयरक्राफ्ट हो या सरकारी हो) के बॉडी और पंखों पर अँग्रेजी के दो अक्षर वीटी (VT) अंकित होता है। आखिर क्या है यह VT? कुछ लोगों का दावा है कि VT का मतलब होता है वॉइसराय टेरेटरी। यानी वॉइसराय का क्षेत्र, जो भारत पर ब्रिटिश राज का एक निशान है, लेकिन सेंटर ने साफ किया है कि VT का मतलब वॉइसराय टेरेटरी नहीं है।
रुपये पैसे हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वर्षों से इसके लेनदेन द्वारा हमारा जीवन सुचारू रूप से चलता रहा है। आइए आज हम जानते हैं इन रुपये पैसों की कहानी। बताया जाता है कि सन् 1540 से 1545 तक, जब शेर शाह सूरी भारत पर राज करता था तब पहली बार शेर शाह सुरी ने सिक्कों को संबोधित करते हुए रूपी (रुपये) शब्द का इस्तेमाल किया था।
हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि जीवन में सबको कम से कम एक बार काशी दर्शन जरूर करना चाहिए। वैसे तो काशी के बारे में सबको जानकारी है लेकिन फिर भी इस नगरी के बारे में कुछ और जान लेते है।
हमारे देश में लगभग सभी नदियों को देवी की तरह पूजा जाता है, विशेषकर गंगा नदी को, लेकिन अब सिर्फ भारत देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में गंगा नदी की महिमा सब मानने लगे है। बताया जाता है कि गंगा का पानी स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत उपकारी होता है जिसके कारण अमेरीका में एक लीटर गंगाजल की कीमत 250 डॉलर है। इतिहासकारों के अनुसार जब अंग्रेज लोग भारत में राज कर रहे थे तो जहाजों से लंबी यात्रा करते समय पीने के लिए गंगाजल ले जाते थे क्योंकि गंगाजल सड़ता नहीं, बाकी कोई भी पानी कुछ ही समय में सड़ जाता है।
विभिन्न पेड़ों से निकाले गए औषधीय गोंद का उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाएं और स्वास्थ्य संबंधी पदार्थ बनाने के लिए किया जाता है। छत्तीसगढ़ के जंगलों के आदिवासी समुदाय इन पेड़ों से गोंद निकालते हैं और उत्पाद बेचते हैं।
रेलगाड़ी हमारी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में पहली रेल गाड़ी 16 अप्रैल 1853 को बोरी बंदर (बॉम्बे), से ठाणे तक तैंतीस, चौंतीस किलोमीटर चली थी और 1951 को इसे राष्ट्रीयकृत किया गया था । यह सब जानते हैं कि भारतीय रेल, विश्व की चौथी सब से बड़ी रेल्वे मानी जाती है जो हर साल 8.4 बिलियन पैसेंजर्स तथा 1212.3 मिलियन टन माल परिवहन ढोता है। ऐसे में हमारी सुविधा के लिए भारतीय रेल्वेज़ ने रेलवे ट्रैक्स, स्टेशन्स और रेल गाड़ियों में कई तरह के सिंबल्स यानी प्रतीक चिह्न बनाए है, जो रेल्वे वर्कर्स, लोको पायलट्स, रेल्वे कर्मचारियों को उनकी सुरक्षा उपाय, डेंजर जोन, कई प्रकार के आसान पहचान, संकेत, नियम, विनियम समझाने के लिए बनाए जाते हैं।