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नटखट चुन्नू
Fun Story नटखट चुन्नू:- रोमा गिलहरी जाते-जाते अपने नटखट बेटे चुन्नू से बोली, “मैं भोजन की तलाश में बाहर जा रही हूं। तुम घर में ही रहना, बाहर मत निकलना झाड़ी के उस पार इंसानों की बस्ती है। वे हमारे लिए खतरनाक हैं"। अपनी मां की बात ध्यान से सुन कर चुन्नू ने ऐसे सिर हिलाया, जैसे वह सब कुछ समझ गया है। परन्तु मन ही मन सोच रहा था कि कब मां जाए और वह बाहर की दुनिया देखे। मां के जाते ही चुन्नू भी बाहर निकल गया। पहले तो वह डर रहा था। लेकिन फिर उसकी हिम्मत बढ़ गई। वह देखना चाहता था कि इंसान कैसे होते हैं? इसलिए वह झाड़ी के उस पार चला गया जहां इंसानों के घर थे। (Fun Stories | Stories)
वह एक खिड्की के बाहर बैठ गया। घर के भीतर एक लड़का था। उसका नाम गोलू था। “अरे, गिलहरी का बच्चा... ये यहां कैसे आ गया?” उसे देख कर गोलू को हैरानी हुई।
उधर चुन्नू भी गोलू को बड़े गौर से देख रहा था। उसने इंसान पहली बार जो देखा था। गोलू काजू खा रहा था। उसने कुछ दाने खिडकी से बाहर, चुन्नू की ओर फेंके। (Fun Stories | Stories)
जमीन पर अपना मनपसंद काजू बिखरा देखकर चुन्नू बहुत खुश हुआ। वह उन्हें अपने पंजों से पकड़ कर खाने लगा। परन्तु उसे क्या पता था कि...
जमीन पर अपना मनपसंद काजू बिखरा देखकर चुन्नू बहुत खुश हुआ। वह उन्हें अपने पंजों से पकड़ कर खाने लगा। परन्तु उसे क्या पता था कि छज्जे पर बैठा वह बाज उसे चट करने की ताक में है। अचानक मौका देखकर उसने चुन्नू पर झपटना चाहा। चुन्नू तो काजू कुतरने में मस्त था पर गोलू बाज को देख चुका था। वह जोर से चिल्लाया बचो गिलहरी के बच्चे। आवाज सुनते ही चुन्नू पास पड़े पत्थरों की ओट में जा छिपा। बाज का यह दांव खाली गया। वह फिर छज्जे पर जा बैठा और वहीं से बोला, “बच्चू, कब तक छिपे रहोगे? मैं यहां बैठा तेरा इंतजार करूँगा"। नन्हे दोस्त को मुसीबत में फंसा देखकर गोलू उसे बचाने की तरकीब सोचने लगा। एकाएक उसका चेहरा खुशी से खिल उठा।
उसने एक पुराने से जूते में काजू डाल कर, उसे चुन्नू की ओर फेंकते हुए बोला, “दोस्त, जल्दी से इस में घुस जाओ"। (Fun Stories | Stories)
अच्छा मौका देखकर चुन्नू झट से जूते में समा गया और भीतर रखे काजुओं को मजे से खाने लगा।
दुष्ट बाज मन ही मन क्रोधित हो रहा था। वह कुछ कर भी नहीं सकता था। उस जूते का मुंह इतना तंग था कि बाज का सिर उसमें अटक जाता। जूता भारी भी था इसलिए उसे लेकर उड़ना भी बाज के लिए मुश्किल था।
10 बज गए थे। चुन्नू को जूते में सुरक्षित देखकर गोलू स्कूल चला गया। कुछ घंटे बीत गए। चुन्नू अभी तक जूते के अंदर ही था। काजू भी खत्म हो गए थे। उसने सोचा कि बाज अब तक चला गया होगा। पर बाज भला अपने शिकार को यूं ही क्यों छोड़ता। इसलिए जैसे ही चुन्नू बाहर निकलने को हुआ, बाज ने उस पर फिर हमला किया। अगर चुन्नू ने फूर्ति नहीं दिखाई होती तो अब तक वह उस के पेट में होता।
चुन्नू बेचारा रूँआसा हो गया। उसे अपने घर की याद सताने लगी। तभी उसे अपनी मां की आवाज सुनाई पड़ी, "चुन्नू, तुम कहां हो?” दरअसल अपने बच्चों को घर में न पाकर रोमा गिलहरी उसे ढूंढने इसी तरफ आ रही थी।
चुन्नू ने खुश होकर जवाब दिया, “मैं इस जूते में हूं मां"। (Fun Stories | Stories)
बाज को छज्जे पर बैठा देखकर रोमा सब कुछ समझ गई। उसे डर था कि कहीं वह चुन्नू के पास गई तो बाज उस पर भी हमला कर देगा। सो वह झाड़ी में ही छीपी रही। कुछ दूर पर लम्बी-लम्बी घास थी। वहां हलचल हो रही थी। मूर्ख बाज ने सोचा "शायद वह गिलहरी का बच्चा जूते से निकलकर इन लम्बी घासों में जा छिपा है"। वह उड़कर वहां पहुंचा।
परन्तु वहां तो मोती पिल्ला था जो घास में उछलकूद कर रहा था। बाज उसे ही अपना शिकार समझ बैठा था। उधर मौका, पाते ही चुन्नू निकल कर अपनी मां की पीठ पर सवार हो गया। रोमा उसे लेकर फुदकती हुई घर की ओर भागी। बाज अपना सिर पकड़ कर बैठ गया।
अब चुन्नू कभी भी अकेले घर से बाहर नहीं निकलता था। वह जान गया था कि बाहरी दुनिया को समझने के लिए उसे कुछ महीने इंतजार करना पड़ेगा। उसने निश्चय किया कि बड़ा होते ही वह जा कर गोलू का शुक्रिया अदा करेगा, जिसने उसे बाज से बचाया था। (Fun Stories | Stories)
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