Stories हिंदी जंगल कहानी: लूसी की अक्लमंदी एक दिन की बात है, लूसी लोमड़ी को आसपास कहीं भोजन नहीं मिला तो वह घने जंगल में पहुंच गई। कुछ दूर पर उसे अपना शिकार दिखाई दिया जिसे खाने के लिए वह आगे बढ़ रही थी कि अचानक वहां एक शेर आ गया। By Lotpot 07 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: सुखी कौन किसी इलाके में एक जमींदार रहता था। उसके पास अपार धन-सम्पत्ति थी। जमीदार के दो पत्नियां थीं, माधवी और सुनंदा। माधवी से जमींदार के पांच पुत्र हुए- अमल, श्वेत, पलक, धीर और त्यागी। By Lotpot 31 May 2024
Stories हिंदी मजेदार कहानी: प्यारा नीलू आज श्वेता के होठों पर कई सप्ताह बाद मुस्कान फूटी थी। उसकी मुस्कान व खिले हुए चेहरे को देख उसके माता-पिता भी अत्यन्त प्रसन्न थे। पिछले, कई सप्ताह से श्वेता बिमार पड़ी थी। By Lotpot 30 May 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: स्वाभिमानी युवक रामगढ़ रियासत के राजा का नाम समर सेन था। वह बहुत दयालु था। एक बार राजा समर सेन शिकार खेलने अकेले जंगल में गया। शिकार खेलते हुए वह काफी दूर निकल गया और वापस लौटते समय रास्ता भटक गया। By Lotpot 29 May 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: अद्भुत देशप्रेम घटना नेपोलियन के राज्यकाल की है। पेरिस की एक जेल में जर्मन के एक सैनिक को बंदी बनाकर रखा हुआ था। सर्दी का मौसम था। कुछ देर पहले बर्फ भी पड़ चुकी थी, उस कारण शीत लहर जोरों पर थी। By Lotpot 23 May 2024
Stories बच्चों की नैतिक कहानी: गुरु का आशीर्वाद बच्चों हमारी जिन्दगी में आशीर्वाद बहुत कीमती होता है। इसमें आशीष देने वालों का ढ़ेरों प्यार छिपा होता है। इसी संदर्भ में एक कहानी है कि एक बार एक गुरू घूमते-घूमते गांव पहुंचे तो लोगों ने ढेरों स्वागत किया। By Lotpot 22 May 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: मेहनत के रूपए कृष्णपुर का राजा अश्वसेन बहुत अत्याचारी था। एक बार उसने किसी निर्दोष आदमी को फांसी की सजा सुना दी। फांसी के फंदे पर लटकने के पूर्व उस आदमी ने राजा को शाप दिया, तुम निःसंतान मरोगे। By Lotpot 22 May 2024
Stories बच्चों की नैतिक कहानी: बात बहुत छोटी सी राम रतन में सोच समझ कर काम करने की बुद्धि का अभाव था। वह उतावलेपन कुछ में कुछ भी कर बैठता था। तथा फिर पछताता था। उसके मित्रों ने व उसके माता-पिता ने उसे कई बार समझाया पर उसके समझ में न आया। By Lotpot 21 May 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: पक्षियों से खिलवाड़ एक था राजा, जिसे देश-विदेश के किस्म-किस्म के रंग-बिरंगे पक्षी पालने का बड़ा शौक था। अपने इस शौक के खातिर वह खूब दौलत खर्च किया करता। प्रजा के कई लोग रात-दिन जंगलों मे जाते और जाल बिछाकर कई पक्षियों को कैद कर लेते। By Lotpot 21 May 2024