हिंदी प्रेरक कहानी: संतरे का टोकरा रवि गरीब लड़का था। उसके पिताजी का निधन हो चुका था। उसकी माता घर पर सिलाई मशीन चलाकर मुहल्ले वालों के कपड़े सिलकर अपना तथा रवि का गुजारा चलाया करती। By Lotpot 13 Jun 2024 in Stories Motivational Stories New Update संतरे का टोकरा Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी प्रेरक कहानी: संतरे का टोकरा:- रवि गरीब लड़का था। उसके पिताजी का निधन हो चुका था। उसकी माता घर पर सिलाई मशीन चलाकर मुहल्ले वालों के कपड़े सिलकर अपना तथा रवि का गुजारा चलाया करती। गांव में कोई स्कूल न होने से उन्होंने पास के शहर के एक स्कूल में उसका नाम लिखवा दिया था। और बच्चों को कक्षा में परीक्षा में प्रथम आते देख-सुन कर वे सोचा करती कि क्या कभी रवि भी परीक्षा में प्रथम आकर अपना तथा उनका नाम रोशन कर सकेगा? वे उसे अच्छी से अच्छी चीजें घर पर बना कर खिलाया करती उसे यथा संभव किसी भी बात की कमी न होने देती। (Motivational Stories | Stories) पिछले कुछ दिनों से रवि स्कूल से घर लौटता तो स्कूल बैग से संतरा निकालकर माता को दिखलाते हुए कहता "आज यह संतरा मुझे मास्टरजी ने दिया है"। उसकी माता समझती कि वह अच्छी तरह से पढ़ लिख रहा है। तभी मास्टरजी उसे प्यार से रोज एक संतरा दे रहे हैं घर का काम संभालने में उन्हें अधिक कुछ सोचने का वक्त ही न मिलता था। आज रवि गांव के बाग में छिपकर हमेशा की तरह संतरे तोड़ रहा था तभी संतरे के बाग का मालिक अचानक आ पहुंचा रवि डर के मारे थर-थर कांप उठा। संतरे के मालिक ने उसे अपने पास बुलाया तो उसे लगा कि अब उसके गाल पर चांटा पड़ने ही वाला है। बाग का मालिक अपने हाथ से एक संतरा तोड़ कर उसके स्कूल बैग में रखते हुए बोला, "आज, संतरा न ले जाओगे तो तुम्हारी माता को दुख होगा। वह सोचेगी कि क्या आज मास्टर जी ने तुम्हें संतरा नहीं दिया"। रवि यह सुन कर घबरा उठा वह रोता हुआ बोला "पर अंकल जी आप यह सब कैसे जानते हैं?" (Motivational Stories | Stories) बाग का मालिक बोला "पिछले कई दिनों से तुम्हें संतरे चुराते हुए देखकर मैंने अनुमान लगाया कि तुम... बाग का मालिक बोला "पिछले कई दिनों से तुम्हें संतरे चुराते हुए देखकर मैंने अनुमान लगाया कि तुम स्कूल न जाकर बाग में छिपकर संतरे चुराया करते हो और घर पर जा कर ऐसा कहते हो। मेरा अनुमान ठीक निकला।रवि रोते हुए बोला, "अंकलजी मुझसे बड़ी भूल हो गई। मैं कल से स्कूल जाया करूंगा अब कभी बाग में घुसकर संतरे चुराने की भूल न करूँगा। आपने मुझे वक्त पर चेता दिया। मैं बड़ी बुरी तरह लज्जित हो रहा हूं"। बाग का मालिक बोला "जाओ, तुम सुधर सको तो मुझे बड़ी प्रसन्नता होगी। (Motivational Stories | Stories) घर पहुंच कर स्कूल बैग एक ओर रखकर रवि हाथ मुंह धोने पहुंचा पर तभी वह फूट-फूट कर रो पड़ा उसकी माता घबरा कर दौड़ पड़ी वे बोली, "अरे आज तुमको क्या हो गया बेटा? क्या स्कूल में किसी ने कुछ कह दिया? क्या मास्टर जी आज तुमसे नाराज हो गये?" रवि हिचकियां भरता हुआ बोला कि किस प्रकार पढ़ाई लिखायी में मन न लगने पर वह पिछले कई दिनों से संतरे के बाग में जाकर संतरे चुराकर लाता रहा है। उसे कभी किसी मास्टर जी ने संतरा नहीं दिया है। न वह स्कूल जाता रहा है। आज किस प्रकार संतरे के बाग में उसकी चोरी पकड़ी जाने पर वह शर्म से पानी पानी हो उठा उसकी माता बोली- "यह तो तुमने बहुत बड़ा जुर्म किया है लेकिन जुर्म को कबूल कर लेना और आईंदा से ऐसी भूल न करने का संकल्प लेना भी बड़ी बात है। मैं तुमसे नेक इंसान बनने की आशा करना चाहूंगी"। (Motivational Stories | Stories) रवि बोला- "वह अपनी भूल पर पछता रहा है वह अब से नियमित रूप से स्कूल जाया करेगा और एक दिन परीक्षा में अव्वल आ कर रहेगा। रवि अब रात-दिन मन लगा कर पढ़ने लगा, परीक्षा आने पर वह सच में प्रथम आया गांव में उसका नाम रोशन हो गया। उसकी माता की प्रसन्नता की सीमा न रही। मोहल्ले में उसकी चर्चा छिड़ी हुई थी कि तभी संतरे के बाग का मालिक हाथ में संतरे की टोकरी लेकर सामने आ खड़ा हुआ। रवि उसे देखकर थर थर कांप उठा। संतरे के बाग का मालिक बोला- "डरो नहीं यह तुम्हारा इनाम है मेरी तरफ से परीक्षा में प्रथम आकर तुमने गांव भर का नाम रोशन किया है। रवि की कुछ समझ में न आ रहा था कि वह क्या करे क्या न करे? पर उसकी माता और मोहल्ले वालों के कहने पर रवि ने इनाम के तौर पर संतरे का टोकरा कबूल कर लिया। (Motivational Stories | Stories) lotpot | lotpot E-Comics | majedar bal kahani | Bal Kahani in Hindi | Best Hindi Bal kahani | Hindi Bal Kahaniyan | bal kahani | Hindi Bal Kahani | choti majedar hindi kahani | choti hindi kahani | kids hindi kahaniyan | kids hindi kahani | bachon ki hindi kahaniyan | hindi kahani | Hindi kahaniyan | hindi prerak kahaniyan | bachon ki hindi prerak kahaniyan | Bachon ki hindi prerak kahani | hindi prerak kahani | bachon ki prerak kahaniyan | Bachon ki prerak kahani | sikshaprad kahani | Kids Hindi Motivational Story | Kids Hindi Motivational Stories | motivational stories in hindi | hindi motivational story for kids | Hindi Motivational Story | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | मज़ेदार बाल कहानी | मजेदार बाल कहानी | बच्चों की बाल कहानी | बाल कहानियां | बाल कहानी | बाल कहानियाँ | हिंदी बाल कहानियाँ | हिंदी बाल कहानी | हिंदी कहानियाँ | हिंदी कहानी | छोटी हिंदी प्रेरक कहानी | बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानी | बच्चों की प्रेरक हिंदी कहानी | बच्चों की प्रेरक कहानी | बच्चों की प्रेरक कहानियाँ यह भी पढ़ें:- हिंदी प्रेरक कहानी: अत्याचार का प्रतीक बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानी: बहुरूपिया Motivational Story: परमात्मा और किसान Motivational Story: तुम्हारे प्रश्न का उत्तर बहुत सरल है #मज़ेदार बाल कहानी #motivational stories in hindi #lotpot E-Comics #Bachon ki prerak kahani #hindi prerak kahani #बच्चों की प्रेरक हिंदी कहानी #बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानी #hindi motivational story for kids #Kids Hindi Motivational Story #हिंदी कहानियाँ #choti majedar hindi kahani #Best Hindi Bal kahani #bachon ki hindi kahaniyan #choti hindi kahani #Hindi Bal Kahani #बाल कहानियां #Bal Kahani in Hindi #बच्चों की प्रेरक कहानी #हिंदी प्रेरक कहानी #हिंदी कहानी #लोटपोट #बाल कहानी #बच्चों की बाल कहानी #Kids Hindi Motivational Stories #हिंदी बाल कहानी #Hindi Kahani #Hindi Bal Kahaniyan #बच्चों की प्रेरक कहानियाँ #sikshaprad kahani #मजेदार बाल कहानी #हिंदी बाल कहानियाँ #लोटपोट ई-कॉमिक्स #Hindi kahaniyan #Hindi Motivational Story #majedar bal kahani #Bal kahani #छोटी हिंदी प्रेरक कहानी #kids hindi kahaniyan #kids hindi kahani #hindi prerak kahaniyan #bachon ki hindi prerak kahaniyan #bachon ki prerak kahaniyan #Lotpot You May Also like Read the Next Article