Moral Story: लालसा एक फकीर ने एक सम्राट के द्वार पर दस्तक दी। सुबह का वक्त था और सम्राट बगीचे में घूमने निकला था। संयोग की बात थी कि सामने ही सम्राट मिल गया। फकीर ने अपना पात्र उसके सामने कर दिया। सम्राट ने कहा, ‘क्या चाहते हो?’ By Lotpot 06 Dec 2023 in Stories Moral Stories New Update लालसा Moral Story लालसा:- एक फकीर ने एक सम्राट के द्वार पर दस्तक दी। सुबह का वक्त था और सम्राट बगीचे में घूमने निकला था। संयोग की बात थी कि सामने ही सम्राट मिल गया। फकीर ने अपना पात्र उसके सामने कर दिया। सम्राट ने कहा, ‘क्या चाहते हो?’ फकीर ने कहा, ‘कुछ भी दे दो। शर्त एक ही है कि मेरा पात्र पूरा भर जाए। मैं थक गया हूँ, अब भिक्षा मांगने की इच्छा नहीं होती। और यह पात्र भरता ही नहीं है। (Moral Stories | Stories) सम्राट हंसने लगा और कहा, ‘तुम पागल मालूम होते हो। इस छोटे से पात्र को भरने में... सम्राट हंसने लगा और कहा, ‘तुम पागल मालूम होते हो। इस छोटे से पात्र को भरने में ऐसी क्या समस्या है?’ सम्राट ने अपने सेवकों से कहा, ‘लाओ, अशर्फियों से भर दो, इस फकीर का मुँह हमेशा के लिए बंद कर दो’। फकीर ने कहा, ‘मैं फिर याद दिला रहा हूँ, अभी भी रूक सकते हैं। अगर आप इसे भरना शुरू करते हैं तो यह शर्त है कि जब तक यह पात्र भरेगा नहीं, आप रूकेंगे नहीं। (Moral Stories | Stories) सम्राट ने हंसते हुए कहा, ‘तू घबरा मत। मेरे कहे पर संशय कैसा? इसे सोने, हीरे-जवाहरात से भर देंगे’। पात्र को भरना शुरू किया गया। पर कुछ ही देर में सम्राट को अपनी भूल समझ में आ गई। जो भी पात्र में डाला जा रहा था, वह गायब हो जाता। पर सम्राट भी जिद्दी था और फकीर से हार मानना उसे जंचता न था। खबर पूरे शहर में फैल गई थी। सम्राट अपना खजाना खाली किए जा रहा था। उसने सोचा कि आज दांव पर लग जाना है। सब दान दे दूंगा, मगर यह पात्र जरूर भरना है। शाम हो गई, सूरज ढलने लगा। सम्राट के खज़ाने खाली हो गए, पर पात्र नहीं भरा। अंत में राजा फकीर के चरणों में गिर पड़ा और कहा, मुझे माफ कर दो। मेरी अकड़ मिटा दी, अच्छा किया। मैं तो सोच रहा था कि मेरा खज़ाना अक्षय है, इसका कभी क्षय नहीं होगा। पर यह खज़ाना तो आपके इस छोटे से पात्र को भी न भर सका। केवल एक बात बता दो कि यह पात्र किस चीज से बना है? (Moral Stories | Stories) फकीर हंसने लगा और कहा, यह पात्र किसी जादू से नहीं इंसान की लालसा से बना है। न हमारी लालसा पूरी होती है, न यह पात्र भरता है। (Moral Stories | Stories) बाल कहानी | लोटपोट | Bal kahani | Kids Moral Stories | Hindi Bal Kahani | Hindi Bal kahania | लोटपोट इ-कॉमिक्स | Hindi Moral Story | lotpot E-Comics | हिंदी बाल कहानी | हिंदी नैतिक कहानी यह भी पढ़ें:- Moral Story: बुद्धिमान व्यापारी Moral Story: मूर्ख लड़का Moral Story: नया नामांकन Moral Story: बैंकर और भिखारी #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Kids Moral Stories #Hindi Bal Kahani #Hindi Bal kahania #लोटपोट इ-कॉमिक्स #Hindi Moral Story #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #हिंदी नैतिक कहानी You May Also like Read the Next Article