नैतिक कहानी : अटूट प्यार और समझदारी की सीख
एक गाँव में मीनू नाम की एक प्यारी सी लड़की रहती थी। वह बहुत होशियार थी, लेकिन कभी-कभी अपनी शरारतों में कुछ गलतियां कर बैठती थी। उसके माता-पिता, सुमन और राजेश, उसे बहुत प्यार करते थे।
एक गाँव में मीनू नाम की एक प्यारी सी लड़की रहती थी। वह बहुत होशियार थी, लेकिन कभी-कभी अपनी शरारतों में कुछ गलतियां कर बैठती थी। उसके माता-पिता, सुमन और राजेश, उसे बहुत प्यार करते थे।
बीस साल बाद पुराने दोस्त एक होटल में मिलते हैं और अपने पेशों का वर्णन करते हैं। जब बारी आती है नलिन की, तो वह बताता है कि वह किसान है, सभी हंस पड़ते हैं। लेकिन नलिन अपनी तुलना से स्पष्ट करता है कि वह शिक्षक होते हुए भी किसान की तरह कार्य करता है।
दीपू, सोनू की खिंचाई करने में आनंद लेता है क्योंकि सोनू बैसाखी का सहारा लेता है। पिकनिक के दौरान दीपू का पैर टूट जाता है और उसे भी बैसाखी की जरूरत पड़ती है। दीपू को सोनू की पीड़ा का एहसास होता है और वह भविष्य में किसी को नहीं चिढ़ाने का संकल्प करता है।
जर्मनी के प्रसिद्ध उद्योगपति जैकब ने एक चित्रकार से अपना तैलचित्र बनवाया, जिसकी कीमत चित्रकार ने 1000 सिक्के बताई। बाद में उस चित्र को प्रदर्शनी में "जर्मनी का सबसे बड़ा चोर" के रूप में प्रदर्शित किया गया। यह कहानी चित्रकार की चतुराई को उजागर करती है।
संतोष, एक खिलौने वाला, एक बच्चे को हरा गुब्बारा देता है लेकिन उसकी मां उसे संदेह के साथ देखती है। संतोष बच्चे को उसकी मां के पास ले जाता है, जब वह बच्चा जंगल में खो जाता है। कहानी ने एक संदेश दिया है कि बच्चे सभी के होते हैं और सबको उनकी मदद करनी चाहिए।
राजा विक्रम सिंह ने अपने राज्य में चोर पकड़वाने पर इनाम देने की घोषणा की। मां की दवा के लिए, एक भाई अपनी बहन को चोर बताकर राजा के पास ले जाता है। राजा ने बहन को जेल से बाहर बुलाया, और उसे दवा के लिए अतिरिक्त पैसे दिए, ताकि वह अपनी मां की देखभाल कर सके।
सूरज एक मेधावी छात्र था, जिसने पढ़ाई में टॉप किया था लेकिन अपने घमंड और के कारण उसके व्यवहार में कमी थी। अध्यापक ने बताया कि जीवन में अच्छे व्यवहार और सकारात्मक दृष्टिकोण भी महत्वपूर्ण हैं। इस समझ के बाद सूरज ने अपने व्यवहार में सुधार का वादा किया।