Stories Moral Story: गुणीराम बहुत पुराने समय की बात है। एक छोटे से गांव में एक गरीब रहता था। वह मूर्तियों का निर्माण करके, उन्हें गांव-गांव बेचकर अपना जीवन निर्वाह करता था। इससे वह अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी ही जुटा पाता था। By Lotpot 19 Apr 2024
Stories Moral Story: गुरूकर्म भगवान श्रीकृष्ण को उज्जयिनी के सुविख्यात विद्वान और धर्मशास्त्रों के प्रकांड पंडित ऋषि संदीपनी के पास विद्या अध्ययन के लिए भेजा गया। ऋषि संदीपनी भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा को एक साथ बिठाकर शास्त्रों की शिक्षा देने लगे। By Lotpot 21 Dec 2023
Stories Moral Story: व्यर्थ का घमण्ड विश्व विजयी सिकन्दर अपनी विशाल सेना के साथ ईरान देश को जीत कर बड़े अभिमान से जा रहा था। सड़क के दोनों ओर हज़ारों आदमी सिर झुकाये हुए उसकी दया दृष्टि के लिये लालायित खड़े हुए थे। By Lotpot 21 Dec 2023
Stories Moral Story: कच्चा-पक्का संत दादू दयाल अपनी सादगी और सहनशीलता के लिए सर्वत्र विख्यात थे। एक बार एक थानेदार घोड़े पर सवार होकर उनके दर्शन को चल पड़ा। संत दादू फटे-पुराने वस्त्र पहने एक पेड़ की छाया में बैठे कुछ काम कर रहे थे। By Lotpot 19 Dec 2023
Stories Moral Story: ईर्ष्या का फल गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल फिर से खुल गये थे। राम जो कि अपनी कक्षा में हमेशा सर्व प्रथम आता था। हर साल की तरह इस बार भी सर्व प्रथम आकर अगली कक्षा में चला गया था। By Lotpot 18 Dec 2023
Stories Moral Story: चित्रकार की सीख एक युवा कलाकार बहुत कम समय में ही प्रख्यात हो गया। उसे अपनी कला पर पूरा विश्वास था। लेकिन उसके मन में प्रसिद्ध कलाकार माइकल एंजेलो के प्रति ईष्र्या घर कर गई। वह उन्हे किसी न किसी तरह नीचा दिखाने की सोचने लगा। By Lotpot 14 Dec 2023
Stories Moral Story: लालसा एक फकीर ने एक सम्राट के द्वार पर दस्तक दी। सुबह का वक्त था और सम्राट बगीचे में घूमने निकला था। संयोग की बात थी कि सामने ही सम्राट मिल गया। फकीर ने अपना पात्र उसके सामने कर दिया। सम्राट ने कहा, ‘क्या चाहते हो?’ By Lotpot 06 Dec 2023
Stories Moral Story: मनीप्लांट की चोरी पप्पी के घर में एक बड़ी फूलों की बाड़ी थी। बाड़ी में तरह तरह के रंग बिरंगे फूलों के अनेक पौधे लगे थे। गुलाब, चम्पा, चमेली, रात की रानी के फूलों की खुशबू से उनका सारा घर महकता रहता था। By Lotpot 12 Dec 2023
Stories Moral Story: सम्मान के चक्कर में एक था गधा, उसका नाम झब्बू था। वह सुबह-सुबह गन्दे कपड़ों का ढ़ेर पीठ पर लादकर नदी के घाट पर पहुँच जाता। दिन भर वह नदी किनारे घास चरता था फिर नदी के जल में ही अपना रूप निहारा करता। By Lotpot 10 Dec 2023