Moral Story: मूर्ख लड़का माधव गरीब था, मगर वह मेहनती लकड़हारा था। वह राजगृह के साम्राज्य के पास एक गांव में रहता था। उसे काम करते हुए गाना गाने की आदत थी। उसका एक बेटा था, जिसका नाम किशन था। By Lotpot 03 Dec 2023 in Stories Moral Stories New Update मूर्ख लड़का Moral Story मूर्ख लड़का:- माधव गरीब था, मगर वह मेहनती लकड़हारा था। वह राजगृह के साम्राज्य के पास एक गांव में रहता था। उसे काम करते हुए गाना गाने की आदत थी। उसका एक बेटा था, जिसका नाम किशन था।एक दिन माधव अपने कारखाने में काम कर रहा था। वह गांव के सरपंच के घर के लिए फर्नीचर बनाने के लिए लकड़ी के टुकड़े को घिस रहा था। वह अच्छे मूड में था और गाते हुए काम कर रहा था। माधव के सिर पर कोई बाल नहीं थे। उसका सिर सूरज की तरह चमक रहा था। तभी एक मक्खी उड़ती हुई आई और उसके सिर पर बैठ गई। मक्खी ने माधव को परेशान कर दिया। (Moral Stories | Stories) तभी, उसके पास उसका बेटा किशन आया। किशन ने अपने पिता को गाना... तभी, उसके पास उसका बेटा किशन आया। किशन ने अपने पिता को गाना गाते हुए सुना। किशन को अपने पिता माधव को काम करते देखना बहुत पसंद था। वह अपने पिता की मदद करना चाहता था। उसने अपने पिता से पूछा कि क्या वह उसकी कोई मदद कर सकता है।माधव ने किशन को पास पड़ी हुई कुल्हाड़ी की धार तेज़ करने के लिए कहा। किशन ने कुल्हाड़ी उठाई और उसकी धार तेज़ करने लग गया। जब उसने कुल्हाड़ी की धार तेज़ कर ली तो उसने अपने पिता की तरफ देखा। उस समय उसके पिता लकड़ी काटते हुए मधुर आवाज़ में गाना गा रहे थे। किशन अपने पिता को खुश देखकर खुश होता था। (Moral Stories | Stories) उसने देखा कि उसके पिता को एक मक्खी बार बार परेशान कर रही है। मक्खी कभी उसके पिता की नाक पर बैठती तो कभी सिर पर। उसके पिता के हटाने के बाद भी मक्खी बार बार उसके पिता के पास आ जाती। किशन ने सोचा कि क्यों न इस मक्खी को सबक सिखाया जाए जो उसके पिता को परेशान कर रही है। उसने अपने पिता से कहा, ‘पिता जी, अगर आप इजाज़त दे तो क्या मैं इस मक्खी को हमेशा के लिए गायब कर दूं।’ माधव ने किशन से कहा, ‘हाँ, बेटा। इस मक्खी को दूर कर दो। यह मेरे काम में रुकावट पैदा कर रही है।’ (Moral Stories | Stories) किशन ने सोचा, ‘अगर मैं इस मक्खी को कुल्हाड़ी से मारूंगा तो यह मर जाएगी। फिर यह मेरे पिता को परेशान नहीं करेगी।’ यह सोचकर किशन ने तेज़ की हुई कुल्हाड़ी को उठाया और अपने पिता के पीछे जाकर खड़ा हो गया। उसके पिता को किशन के आइडीये के बारे में कुछ नहीं पता था। वह अपना काम कर रहा था। जैसे ही मक्खी आकर माधव के सिर पर बैठी। किशन ने कुल्हाड़ी उठाई और अपने पिता के सिर पर मार दी। मक्खी तो उड़ कर चली गई लेकिन कुल्हाड़ी से उसके पिता के सिर पर गहरी चोट लग गई। एक गहरा ज़ख्म उसके पिता के सिर पर हो गया, जिसमें से खून निकलने लगा। यह देखकर किशन डर गया। (Moral Stories | Stories) उसकी मूर्खता की वजह से उसके पिता के सिर पर गहरी चोट लग गई। किशन यह देखकर रोने लगा और वह अपनी माँ को बुलाने के लिए घर भागा। उसकी माँ माधव को डॉक्टरके पास लेकर गई। माधव का ज़ख्म गहरा और खतरनाक था। उसे ठीक होने में महीनों लग गए। कुछ महीनों तक माधव काम नहीं कर सका। अपनी मूर्ख गलती के लिए किशन अपने आपको माफ नहीं कर सका। (Moral Stories | Stories) lotpot-e-comics | hindi-bal-kahani | bal kahani | hindi-moral-story | kids-moral-story | moral-stories | लोटपोट | baal-khaanii | hindii-baal-khaanii | chottii-hindii-khaanii | bccon-kii-naitik-khaaniyaan यह भी पढ़ें:- Moral Story: चिन्ता का कारण Moral Story: आत्म बोध Moral Story: मनोबल से मुकाबला Moral Story: बुरा व्यवहार #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Moral Stories #Hindi Bal Kahani #Kids Moral Story #बच्चों की नैतिक कहानियाँ #Hindi Moral Story #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #छोटी हिंदी कहानी You May Also like Read the Next Article