Moral Story: सूझबूझ किसी गांव में एक किसान रहता था, उसकी एक सुन्दर बेटी थी। दुर्भाग्यवश, गांव के जमींदार से उसने बहुत सारा धन उधार लिया हुआ था। जमींदार बूढ़ा था। किसान की सुदंर बेटी को देखकर उसे उसके साथ विवाह करने की इच्छा हुई। By Lotpot 26 Nov 2023 in Stories Moral Stories New Update सूझबूझ Moral Story सूझबूझ:- किसी गांव में एक किसान रहता था, उसकी एक सुन्दर बेटी थी। दुर्भाग्यवश, गांव के जमींदार से उसने बहुत सारा धन उधार लिया हुआ था। जमींदार बूढ़ा था। किसान की सुदंर बेटी को देखकर उसे उसके साथ विवाह करने की इच्छा हुई। जमींदार उनके घर गया और किसान को कहा ‘तुम अपनी बेटी का विवाह मेरे साथ कर दो। बदले में मैं तुम्हारा कर्ज मांफ कर दूँगा।’ ये सुनकर किसान और उसकी बेटी के होश उड़ गए। (Moral Stories | Stories) जमींदार ने कहा, ‘मेरा कर्ज लौटाने के लिए तुम्हारे पास पैसा है नहीं... जमींदार ने कहा, ‘मेरा कर्ज लौटाने के लिए तुम्हारे पास पैसा है नहीं। हम पंचायत के पास चलते हैं। वे जो निर्णय देंगे वे हमें मानना होगा।’ उनकी बात सुनकर पंचायत ने थोड़ा विचार किया और कहा, ‘मामला उलझा हुआ है, अतः फैसला किस्मत पर छोड़ते हैं। यहां पड़े पत्थरों में से एक काला और सफेद पत्थर थैले में रख दो। लड़की बिना देखे जो पत्थर उठाएगी, उस आधार पर तीन विकल्प होंगे... 1. काला पत्थरः लड़की को शादी करनी होगी और पिता का कर्ज माफ हो जाएगा। 2. सफेद पत्थरः लड़की को जमींदार से शादी नहीं करनी होगी और कर्ज भी माफ हो जाएगा। (Moral Stories | Stories) 3. अगर लड़की पत्थर उठाने से मना करती है तो पिता को जेल भेज दिया जाएगा। जमींदार थैले में पत्थर भरने को झुका, जब वो पत्थर उठा रहा था तो लड़की ने देखा कि उसने दोनों काले पत्थर उठाकर थैले में डाले हैं। लड़की सोचने लगी कि अब वह क्या कह सकती है। (Moral Stories | Stories) 1. वह पत्थर उठाने से मना कर दे। 2. सबको सच बता दे। 3. वह चुपचाप काला पत्थर उठा ले। वह दूसरा रास्ता अपनाने वाली थी, तभी एक और उपाय सूझा। उसने थैले में हाथ डाला और एक पत्थर उठाया और बिना उसकी तरफ देखे, उसके हाथ से फिसल जाने का नाटक किया। वह जमीन के सारे पत्थरों में खो चुका था। (Moral Stories | Stories) लड़की ने कहा, ‘मै भी कितनी फूहड़ हूँ। पर केाई बात नहीं, आप लोग थैले में देख लीजिए, जिस रंग का पत्थर उसमें होगा, उससे दूसरा मैंने उठाया होगा।’ (Moral Stories | Stories) सबको बात सही लगी, थैले में काला पत्थर बचा था। इसका मतलब था, लड़की ने सफेद पत्थर उठाया था। जमींदार में इतना साहस नहीं था कि वह अपनी चोरी मान ले। इस तरह लड़की की सूझबूझ से कर्ज भी माफ हो गया और लड़की को शादी भी नहीं करनी पड़ी। सीख:- हमारे जीवन में भी कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं, जब सब कुछ धुंधला दिखता है, हर रास्ता नाकामयाबी की ओर जाता महसूस होता है। लेकिन ऐसे समय में अगर सूझबूझ से काम लें तो मुश्किलें दूर कर सकते हैं। (Moral Stories | Stories) बाल कहानी | लोटपोट | Hindi Bal Kahani | Kids Moral Story | बच्चों की नैतिक कहानियाँ | bal kanahi | Hindi Moral Story | lotpot E-Comics | हिंदी बाल कहानी | chottii-hindii-khaanii यह भी पढ़ें:- Moral Story: मनोबल से मुकाबला Moral Story: चाँदी का कुआँ Moral Story: भेड़िया आया भेड़िया आया छोटे जंगल चम्पक वन की शिक्षा देती कहानी : दूध का दूध और पानी का पानी #छोटी हिंदी कहानी #Kids Moral Story #lotpot E-Comics #Hindi Bal Kahani #बच्चों की नैतिक कहानियाँ #Hindi Moral Story #लोटपोट #बाल कहानी #bal kanahi #हिंदी बाल कहानी #Lotpot You May Also like Read the Next Article