Moral Story: भेड़िया आया भेड़िया आया एक बार की बात है, एक चरवाहा भेड़ों के झुंड की देख रेख करता था। एक दिन वह उदास महसूस कर रहा था और उसने गांव के लोगों को पागल बनाने के बारे में एक प्लान बनाया। By Lotpot 31 Oct 2023 in Stories Moral Stories New Update भेड़िया आया भेड़िया आया Moral Story भेड़िया आया भेड़िया आया:- एक बार की बात है, एक चरवाहा भेड़ों के झुंड की देख रेख करता था। एक दिन वह उदास महसूस कर रहा था और उसने गांव के लोगों को पागल बनाने के बारे में एक प्लान बनाया। वह चिल्लाया, ‘भेड़िया, भेड़िया!’ (Moral Stories | Stories) गांव के लोगों ने उसकी चीख सुनी और गांव से भागते हुए वह सभी चरवाहे की मदद के लिए पहुंचे। जब वह लोग उस चरवाहे के पास पहुंचे तो उन्होंने पूछा, ‘भेड़िया कहां है?’ (Moral Stories | Stories) चरवाहा ज़ोर-ज़ोर से हंसने लगा, ‘हा हा हा! मैंने आप सभी को पागल बनाया... चरवाहा ज़ोर-ज़ोर से हंसने लगा, ‘हा हा हा! मैंने आप सभी को पागल बनाया। मैं तो सिर्फ आप लोगों के साथ मज़ाक कर रहा था।‘ कुछ दिनों बाद चरवाहे ने यह हरकत दोबारा की। दोबारा से वह भेड़िया भेड़िया चिल्लाया और कहा मेरी मदद करो, मेरी मदद करो। दोबारा से गांव के लोग पहाड़ी पर उसकी मदद करने के लिए पहुंचे लेकिन दोबारा से उसका मज़ाक देखकर उन सभी को बहुत गुस्सा आया। (Moral Stories | Stories) फिर, कुछ दिनों बाद सचमुच एक भेड़िया खेतों में घुस गया। उस भेड़िये ने पहले एक भेड़ को मारा और फिर दूसरी को। ऐसे करते करते उसने कई भेड़ों को मार डाला। चरवाहा भागता भागता गांव में चिल्लाता हुआ गया। ‘मेरी मदद करो, कोई मेरी मदद करो। कृप्या मेरी मदद करो।’ गांव वालों ने उसकी चीख सुनी लेकिन वह हंसने लगे क्योंकि उन्होंने सोचा कि वह चरवाहा फिर से उनके साथ मज़ाक कर रहा है। चरवाहा पास के दूसरे गांव में मदद मांगने के लिए गया और कहा, ‘एक भेड़िए ने मेरे भेड़ों पर हमला बोल दिया है। मैंने इससे पहले झूठ बोला था लेकिन इस बार मेरा झूठ सच हो गया।’ (Moral Stories | Stories) आखिरकार गांव वाले चरवाहे के साथ गए। इस बार वह सच बोल रहा था। उन्होंने देखा कि भेड़िया भाग रहा था और घास पर कई भेड़े मरी हुई थी। (Moral Stories | Stories) सीख:- => कभी किसी से भी ज्यादा मजाक नहीं करना चहिए। => विश्वास बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक बार टूट जाने के बाद फिर से जोड़ना मुश्किल है। => स्वयं के स्वार्थ के लिए किसी को भी मनोरंजन का पात्र नही बनाना चाहीए। => मजाक करने की सीमा होगी । अगर आप सीमा के बाहर मजाक करोगे तो निश्चित रूप से आपको आगे बुरी तरह भुगतना पड़ सकता है। बच्चों की मनोरंजक कहानियाँ | Bal Kahaniyan | Kids Moral Stories | Hindi Bal kahania | Lotpot latest Issue | लोटपोट की कहानी | Bhediya story | बच्चों की नैतिक कहानियाँ यह भी पढ़ें:- Moral Story: स्वार्थी आदमी Moral Story: जो प्राप्त वो पर्याप्त Moral Story: स्वाभिमान Moral Story: जादुई कछुआ #Lotpot #बच्चों की मनोरंजक कहानियाँ #Bal Kahaniyan #Kids Moral Stories #Hindi Bal kahania #Lotpot latest Issue #लोटपोट की कहानी #Bhediya story #बच्चों की नैतिक कहानियाँ You May Also like Read the Next Article