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Moral Story: स्वार्थी आदमी

एक समय की बात है, एक स्वार्थी आदमी था, उसे हर चीज़ खुद के लिए रखना पसंद था। वह अपनी चीज़ें किसी के साथ नहीं बांटता था, यहां तक कि वह अपनी चीज़ें अपने दोस्तों और गरीबों को भी नहीं देता था।

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स्वार्थी आदमी

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Moral Story स्वार्थी आदमी:- एक समय की बात है, एक स्वार्थी आदमी था, उसे हर चीज़ खुद के लिए रखना पसंद था। वह अपनी चीज़ें किसी के साथ नहीं बांटता था, यहां तक कि वह अपनी चीज़ें अपने दोस्तों और गरीबों को भी नहीं देता था। एक दिन उस आदमी ने अपने तीस सोने के सिक्के खो दिए। वह अपने दोस्त के घर गया और उसने उसे बताया कि कैसे उसने अपने सोने के सिक्के खो दिए। उसका मित्र भला आदमी था। (Moral Stories | Stories) तभी उसके मित्र की बेटी खेलकर आ रही थी और उसे रास्ते में तीस सोने के सिक्के मिले, जब वह घर आई तो उसने अपने पिता को सारी बात बताई कि उसे रास्ते में तीस सोने के सिक्के मिले है। लड़की को उसके पिता ने बताया कि वह सिक्के उसके मित्र के हैं और उसे बुलाकर यह सिक्के वापिस कर देने चाहिए। जब बुलावे पर स्वार्थी आदमी आया, तो उसे भले आदमी ने बताया कि कैसे उसकी बेटी को तीस सोने के सिक्के मिले और वह उन सिक्कों को उसे लौटा देता है। सोने के सिक्के गिनने के बाद स्वार्थी आदमी ने कहा कि इनमें से दस सिक्के गायब है और वह उस लड़की ने ले लिए है क्योंकि उसके पास चालीस सिक्के थे। उसने आगे कहा कि वह अपने बाकी सिक्के उनसे वसूल करेगा लेकिन लड़की के पिता ने मना कर दिया। (Moral Stories | Stories)

उस स्वार्थी आदमी ने सोने के सिक्के वहीं छोड़ दिए और वह कचहरी चला गया जहाँ उसने न्यायाधीश को बताया कि उसके और उस लड़की के पिता के बीच क्या बातचीत हुई। न्यायाधीश ने लड़की और उसके पिता को बुलाया, जब वह कचहरी पहुंचे तो लड़की से पूछा गया कि उसे कितने सोने के सिक्के मिले थे? उस लड़की ने जवाब दिया कि उसे तीस सोने के सिक्के मिले थे। न्यायाधीश ने फिर स्वार्थी आदमी से पूछा कि उसके कितने सोने के सिक्के गुम हुए थे तो उसने जवाब दिया कि उसके चालीस सोने के सिक्के गुम हुए थे। (Moral Stories | Stories)

न्यायाधीश ने फिर उस स्वार्थी आदमी से कहा कि यह सोने के सिक्के...

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न्यायाधीश ने फिर उस स्वार्थी आदमी से कहा कि यह सोने के सिक्के उसके नहीं है क्योंकि उस लड़की को चालीस नहीं बल्कि तीस सोने के सिक्के मिले थे। जबकि उसने खुद बताया है कि उसके चालीस सोने के सिक्के गुम हुए है। न्यायाधीश ने लड़की को सोने के सिक्के वापिस लेकर जाने के लिए कहा और उसे कहा कि अगर कोई इन सिक्कों के बारे में पूछने आएगा तो उस लड़की को बुला लिया जाएगा। (Moral Stories | Stories)

न्यायाधीश ने फिर उस आदमी को कहा कि अगर कहीं से चालीस सोने के सिक्के गुम हुए मिले तो उसे बुला लिया जाएगा। तब उस आदमी ने कबूल किया कि उसने झूठ बोला था और उसके तीस ही सोने के सिक्के गुम हुए थे लेकिन तब न्यायाधीश ने उसकी बात नहीं सुनी। (Moral Stories | Stories)

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यह कहानी हमें शिक्षा देती है कि हमें हमेशा सच बोलना चाहिए क्योंकि झूठ से हमेशा हमारा नुकसान होता है।

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