Moral Story: बैंकर और भिखारी
एक समय की बात है एक गांव में एक बैंकर और एक भिखारी रहता था। बैंकर बहुत अमीर था और भिखारी बहुत गरीब था। तो यह निश्चित था कि अमीर आदमी भिखारी से ज़्यादा खुश होगा।
एक समय की बात है एक गांव में एक बैंकर और एक भिखारी रहता था। बैंकर बहुत अमीर था और भिखारी बहुत गरीब था। तो यह निश्चित था कि अमीर आदमी भिखारी से ज़्यादा खुश होगा।
एक समय की बात है, एक स्वार्थी आदमी था, उसे हर चीज़ खुद के लिए रखना पसंद था। वह अपनी चीज़ें किसी के साथ नहीं बांटता था, यहां तक कि वह अपनी चीज़ें अपने दोस्तों और गरीबों को भी नहीं देता था।
एक समय की बात है, एक चिड़िया पिंजरे में बंद थी और वह अपने व्यापारी मालिक के लिए गाती थी। व्यापारी उस चिड़िया की आवाज़ का इतना कायल था कि वह दिन रात उसका गाना सुनता था और खुश होकर उसे सोने के बर्तन में पानी देता था।
शिमला के पास पालमपुर नाम का एक छोटा गांव था। उस गांव के लोग साधारण काम करने वाले लोग थे जो अपनी रोज़मर्रा के खर्चे को बहुत मुश्किल से कमाते थे।उस गांव के पास एक छोटा गांव था, जहां पर थोड़े समय में एक छोटा बाज़ार बन गया था।
साइंटिस्ट आइंसटीन के ड्राइवर ने एक बार आइंस्टीन से कहा-'सर, मैने हर बैठक में आपके द्वारा दिए गए हर भाषण को याद किया है। आइंस्टीन ने हैरानी से उसे देखा और कहा -ठीक है, अगले आयोजक मुझे नहीं जानते।
चेयरमैन के बारे में यह मशहूर था कि वे एक बहुत साधारण परिवार से थे और सभी विद्यार्थी उनकी कहानी सुनने को उत्सुक थे। रंगारंग समारोह के बाद पढ़ाई, कला और खेल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बच्चों को इनाम बाँटा गया।