Moral Story: किस्सा नसीरूद्दीन का एक बार ईरान के शाह ने नसीरूद्दीन को भारत का राजदूत नियुक्त कर, भारत जाने को कहा। इस खबर से नसीरूद्दीन से ईष्र्या रखने वाले दरबारी जल उठे, उन सबने सोचा, जैसे भी हो नसीरूद्दीन को नीचा दिखाना है। By Lotpot 11 Dec 2023 in Stories Moral Stories New Update किस्सा नसीरूद्दीन का Moral Story किस्सा नसीरूद्दीन का:- एक बार ईरान के शाह ने नसीरूद्दीन को भारत का राजदूत नियुक्त कर, भारत जाने को कहा। इस खबर से नसीरूद्दीन से ईष्र्या रखने वाले दरबारी जल उठे, उन सबने सोचा, जैसे भी हो नसीरूद्दीन को नीचा दिखाना है। (Moral Stories | Stories) शाह ने बहुत से हीरे जवाहरात व अन्य कीमती चीजें दीं और कहा, ‘‘इसे मेरी तरफ से भारत के बादशाह को भेंट देना।’’ नसीरूद्दीन सारा सामान लेकर घर लौट आया और यात्रा की तैयारी करने लगा। (Moral Stories | Stories) शाम को कुछ दरबारी उसके पास आये और बोले, ‘‘नसीरूद्दीन तुम्हारे राजदूत बनाये जाने की खुशी में हमने एक दावत दी है हमारी दावत कबूल करो।’’ नसीरूद्दीन उनके साथ चला गया उसके पीछे कुछ लोग उसके घर में घुसे और उपहार में दी जाने वाली... नसीरूद्दीन उनके साथ चला गया उसके पीछे कुछ लोग उसके घर में घुसे और उपहार में दी जाने वाली कीमती चीजें चुराकर सन्दूकों में मिट्टी, कंकड़, पत्थर भर दिये।उधर दरबारियों ने नसीरूद्दीन को खूब उल्टा-सीधा समझाते हुए कहा, ‘‘देखो नसीरूद्दीन, हिन्दुस्तान बहुत बड़ा है उसकी प्रशंसा करना बादशाह को पूरा चांद कहना अपने शाह की प्रशंसा भूलकर भी न करना नहीं तो जान से मरवा दिये जाओगे हमने सुना है हिन्दुस्तान का बादशाह ईरान पर हमला न करे उसके सामने हम कुछ भी तो नही हैं।’’ (Moral Stories | Stories) नसीरूद्दीन ने मुस्कराकर सब की बातें सुन ली जवाब किसी को न दिया। अगली सुबह गधे पर सारा सामान लादकर सबसे विदाई लेकर वह चल पड़ा उससे ईष्र्या करने वाले दरबारी बहुत खुश थे। नसीरूद्दीन दिल्ली पहुँचा उसने दरबान से कहा, ‘‘मैं और मेरा गधा दोनों ईरान से आये हैं बादशाह से मिलना है।’’ (Moral Stories | Stories) उसे अन्दर बुला लिया गया उसने बादशाह को सलाम किया, तभी गधा भी जोर-जोर से रेंकने लगा। ‘‘यह क्या बदतमीजी है।’’ (Moral Stories | Stories) बादशाह ने गुस्से से पूछा। ‘‘ये बदतमीजी नहीं हुजूर, आपको सलाम कर रहा है।‘‘ सभी हंसने लगे। (Moral Stories | Stories) नसीरूद्दीन ने उपहारों के संदूक खोलने शुरू किये, लेकिन उसमें से सिर्फ मिट्टी, कंकड, पत्थर निकले नसीरूद्दीन हैरत से उन चीजों को देख रहा था लोग हंस रहे थे बादशाह ने पूछा, ‘‘तुम्हारे शाह ने यही सब भेजा है?’’ नसीरूद्दीन ने कहा, ‘‘हुजूर ये ईरान की धरती की मिट्टी है हमारे शाह ने भेजी है, इस मिट्टी के अलावा सारा ईरान आपकी नजर है।’’ ‘‘क्या मतलब?’’ (Moral Stories | Stories) ‘‘जी उनका कहना है इस मिट्टी को छोड़कर पूरा ईरान आपका है। अब आप ही बताइये वो आपको क्या सौगात भेजते।’’ ‘‘बादशाह मुस्काराये, ‘‘नसीरूद्दीन तुम बहुत होशियार हो, हमने ईरान पर हमला करने के लिए सोचा पर अब हमने अपना इरादा बदल दिया है।’’ ‘‘हमारे शाह, आपको पूरा चांद मानते हैं।’’ (Moral Stories | Stories) ‘‘अच्छा,’’ बादशाह की खुशी का ठिकाना न रहा। ‘‘अगर हम पूरे चांद है तो तुम्हारा शाह क्या है। ‘‘वो नए चांद हैं।’’ नसीरूद्दीन ने कहा। बादशाह ने कहा नसीरूद्दीन हम बहुत खुश हुए आज से ईरान और भारत दोस्त हुए।’’ नसीरूद्दीन कई दिनों तक भारत में आराम से रहा, फिर वह इजाजत लेकर ईरान वापस चला गया। (Moral Stories | Stories) पूरी खबर पहले ही ईरान पहुँच चुकी थी ईरान के शाह बहुत नाराज थे वे दरबारी जो नसीरूद्दीन से जलते थे बहुत खुश थे कि अब उसे कड़ी सजा मिलेगी। नसीरूद्दीन के पहुँचते ही शाह ने गुस्से से पूछा, ‘‘क्या यह सच है कि तुम वहाँ गधे के साथ दरबार में गये थे तुमने ये जाहिर कर दिया कि ईरानी बेवकूफ होते हैं। ‘‘इससे हमारी बेवकूफी नहीं जाहिर होती बल्कि यह पता चलता है कि हिन्दुस्तान में ईरानी गधों की भी इज्जत है बादशाह ने भी मिलने से इन्कार नहीं किया।’’ (Moral Stories | Stories) ‘‘और वो कंकड, पत्थर, मिट्टी।’’ ‘‘मैंने उन्हें यही बताया कि हम ईरानी अपनी धरती से बहुत प्यार करते हैं और देश की मिट्टी ही हमारे लिए सबसे मूल्यवान है यही जानकर हिन्दुस्तान के बादशाह ने ईरान पर हमला करने का इरादा बदल दिया।’’ (Moral Stories | Stories) ‘‘इसने वहाँ आपको नया चांद कहकर आपका अपमान किया।’’ एक दरबारी ने कहा। (Moral Stories | Stories) ‘‘इसमें आपका कोई अपमान नहीं है।’’ नसीरूद्दीन ने कहा, ‘‘क्योंकि पूरा चांद अगले ही दिन से घटने लगता है जबकि नया चांद बढ़ता है आपके शान-शौकत की दिनों दिन बढ़ते रहने की कामना की थी मैंने। इसमें अपमान कहाँ?’’ (Moral Stories | Stories) यह सुनकर शाह हंसे नसीरूद्दीन को शाबाशी दी और पुरस्कार भी दिया बाद में नसुरूद्दीन ने दरबारीयों के षड्यन्त्र के बारे में बताया शाह ने जांच कराई और दोषी दरबारीयों को कड़ा दण्ड दिया। सीख: प्यारे बच्चों इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें कठिन परिस्थिति में घबराना नहीं चाहिए बल्कि शांत रह कर सूझबूझ से काम लेना चाहिए। (Moral Stories | Stories) lotpot-e-comics | hindi-bal-kahania | bal kahani | kids-moral-stories | hindi-moral-story | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-khaanii | baal-khaanii | chottii-hindii-khaanii | bccon-kii-naitik-khaaniyaan यह भी पढ़ें:- Moral Story: सम्मान के चक्कर में Moral Story: अनजाने कर्म का फल Moral Story: चिन्ता का कारण Moral Story: चाँदी का कुआँ #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Kids Moral Stories #Hindi Bal kahania #Kids Stories #बच्चों की नैतिक कहानियाँ #लोटपोट इ-कॉमिक्स #Hindi Moral Story #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #छोटी हिंदी कहानी You May Also like Read the Next Article