Moral Story: कच्चा-पक्का संत दादू दयाल अपनी सादगी और सहनशीलता के लिए सर्वत्र विख्यात थे। एक बार एक थानेदार घोड़े पर सवार होकर उनके दर्शन को चल पड़ा। संत दादू फटे-पुराने वस्त्र पहने एक पेड़ की छाया में बैठे कुछ काम कर रहे थे। By Lotpot 19 Dec 2023 in Stories Moral Stories New Update कच्चा-पक्का Moral Story कच्चा-पक्का:- संत दादू दयाल अपनी सादगी और सहनशीलता के लिए सर्वत्र विख्यात थे। एक बार एक थानेदार घोड़े पर सवार होकर उनके दर्शन को चल पड़ा। संत दादू फटे-पुराने वस्त्र पहने एक पेड़ की छाया में बैठे कुछ काम कर रहे थे। अहंकारी थानेदार के दिमाग में यह बात नहीं आई कि ऐसा साधारण आदमी संत दादू दयाल हो सकता है। (Moral Stories | Stories) उसने घोड़े पर बैठे-बैठे कड़कदार आवाज़ में पूछा, ‘अरे ओ बुड्ढे! क्या तू जानता है कि... (Moral Stories | Stories) उसने घोड़े पर बैठे-बैठे कड़कदार आवाज़ में पूछा, ‘अरे ओ बुड्ढे! क्या तू जानता है कि संत दादू दयाल कहाँ रहते हैं।’ वह शांत भाव से बैठे रहे। थानेदार ने दोबारा पूछा, बहरा है क्या। मैं पूछ रहा हूँ संत दादू दयाल कहाँ रहते हैं।’ इस बार भी संत दादू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। वे मंद-मंद मुस्कुराते हुए अपना काम करते रहे। थानेदार को लगा कि वह जानबूझ कर उसकी बात अनसुनी कर रहे हैं। इसे अपना अपमान समझ वह उन्हें धमकियां देने लगा। जब इस पर भी संत दादू कुछ नहीं बोले, तो तंग आकर गालियां बकता हुआ थानेदार आगे बढ़ गया। (Moral Stories | Stories) आगे जाकर थानेदार ने एक आदमी से पूछा, ‘क्या तुम जानते हो कि संत दादू दयाल कहाँ रहते हैं।’ उस आदमी ने उसे वापस पीछे चलने को कहा और उसे संत दादू के पास ले आया। थानेदार यह जानकर सन्न रह गया कि संत दादू दयाल वही हैं, जिन्हें उसने कुछ देर पहले गालियां दी थीं। वह पछताते हुए बोला, ‘महात्मन! मुझे माफ कर दीजिए। मैं तो आपको अपना गुरु बनाने आया था, पर देखिए मैंने क्या कर दिया।’ संत दादू दयाल मुस्हुकुराते हुए बोले, ‘कोई एक टके का घड़ा भी खरीदता है तो उसे ठोक-बजाकर देखता है। तुम तो गुरु को पाना चाहते थे। किसी को गुरु बनाने से पहले उसे अच्छी तरह परख लेना चाहिए कि वह कच्चा है या पक्का। तुमने भी वही किया, इसमें गल्त क्या है।’ लज्जित थानेदार ने कसम खाई कि भविष्य में वह किसी से दुर्व्यवहार नहीं करेगा। (Moral Stories | Stories) lotpot-e-comics | hindi-bal-kahania | bal kahani | kids-hindi-moral-stories | hindi-moral-story | kids-moral-stories | moral-stories | kids-story-hindi | hindi-kids-stories | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-khaanii | baal-khaanii | chottii-hindii-khaanii | hindii-naitik-khaanii यह भी पढ़ें:- Moral Story: ईर्ष्या का फल Moral Story: विकल्प Moral Story: जीवन की भागम-भाग Moral Story: अपनी अपनी समझ #लोटपोट इ-कॉमिक्स #Hindi Kids Stories #Moral Stories #lotpot E-Comics #Hindi Bal kahania #Kids Story Hindi #Kids Moral Stories #Hindi Moral Story #लोटपोट #Kids Hindi Moral Stories #बाल कहानी #छोटी हिंदी कहानी #हिंदी नैतिक कहानी #हिंदी बाल कहानी #Bal kahani #Lotpot You May Also like Read the Next Article