/lotpot/media/media_files/5AWg1tjweLTiWawN0yyN.jpg)
अंजाम
Motivational Story अंजाम:- कई वर्ष पूर्व सर्दियों की एक शाम इंगलैंड के पश्चिमी तट पर किसी जगह मछुआरों के एक छोटे से गांव को तूफान का प्रकोप झेलना पड़ा। वर्षा और आंधी में जैसे मुकाबला छिड़ा हुआ हो। लेकिन फिर भी गांव के सभी लोग क्रुद्ध मौसम के बावजूद समुद्र तट पर पहुंच गए और जब उनके प्रियजनों से भरी हुई नौकाएं धीरे-धीरे किनारे पर पहुँचती गईं तो उन्होंने चैन की सांस ली और जब हर कोई सुरिक्षत किनारे पर पहुँच गया तो वे घरों को लौट आए। वे राहत और प्रसन्नता के भाव से एक-दूसरे को देख रहे थे। (Motivational Stories | Stories)
तभी चीखती-चिल्लाती आंधी में से गांव वासियों को कहीं से सहायता की पुकार सुनाई दी। उन्हेंने आंधी और बारिश में से दूर तक झांका तो देखा कि काफी दूर लहरों पर एक जलपोत हिलोरे खा रहा है। उन्होंने भांप लिया कि यह पोत वास्तव में चट्टानों के साथ टकरा कर टूट चुका है और वहीं फंसा हुआ है। (Motivational Stories | Stories)
इस समुद्री जहाज़ में सवार लोग आतंकित और व्याकुल थे तथा मदद के लिए पुकार रहे थे...
इस समुद्री जहाज़ में सवार लोग आतंकित और व्याकुल थे तथा मदद के लिए पुकार रहे थे। क्योंकि उन्हें डर था कि किसी भी क्षण उनकी मौत हो सकती है। छोटे से गांव के लोगों ने चट्टान पर फंसे पोत के नाविकों को देखा और उदासी में सिर हिलाया। वे जानते थे कि उस खराब मौसम में समुद्र में जाने का प्रयास करना असंभव था। रह-रह कर उन्हें बेचारे नाविकों की याद आ रही थी लेकिन अपनी लाचारी में वे अपना सिर झटक देते थे। (Motivational Stories | Stories)
इसी बीच उनमें से एक युवती ने चट्टान पर फंसे लोगों की चीख-पुकार सुनी और उनके दिलो-दिमाग पर छाए हुए आंतक को महसूस किया। साथ ही उसने वहां मौजूद अन्य लोगों की ओर देखा। तभी उसके अंदर एक अजीब सी हलचल उठी और उसने जोर से पुकारा ‘‘उनकी सहायता करो।’’ वह एक-एक ग्रामीण के पास जाकर कह रही थी ‘‘यदि तुम लोगों ने उनकी सहायता नहीं की तो वे जिंदा नहीं बचेंगे।’’
कोई भी उसकी दुहाई से द्रवित नहीं हुआ। यहां तक कि उसके पिता और भाई भी नहीं। जिन लोगों को वह बहुत भली-भांति जानती थी उनमें से किसी ने भी प्रतिक्रिया नहीं दिखाई। उल्टा उन्होंने उससे कहा, ‘‘ग्रेस बेटी, हम कुछ नहीं कर सकते। हमारे बस की बात नहीं।’’ (Motivational Stories | Stories)
लेकिन ग्रेस हिम्मत करके खुद ही एक छोटी-सी नौका में सवार हो गई और इससे पहले कि लोग उसे रोक पाते, वह तेजी से चप्पू चलाती हुई तूफान में ही चट्टान में फंसे टूटे जहाज की ओर नौका को आगे बढ़ाने लगी। गांव का हर व्यक्ति तूफान में डगमगाती उसकी नौका को देख रहा था। लेकिन वह दुबली-पतली लड़की दृढ़ इरादे से लक्ष्य की ओर बढ़ती जा रही थी। (Motivational Stories | Stories)
उसके भाई ने रोना-चिलाना शुरू कर दिया। मां के भी आंसू नहीं रुक रहे थे और पिता अपने भाग्य को कोस रहा था। अचानक उन्होंने देखा कि छोटी सी नौका बदकिस्मत जहाज में फंसे हुए नाविकों के करीब पहुंच चुकी है। जिंदा बचने की कोई भी आशा छोड़ चुके वे लोग नाव में कूद पड़े। वह केवल कुछ ही लोगों को नाव में चढ़ा सकती थी। वह परेशान सी सोच ही रही थी कि इतने लोगों को छोटी नौका में वह कैसे ले जा सकेगी कि तभी सागर तट की ओर उसकी नजर गई और उसने देखा कि सभी नौकाएं उनकी ओर आ रहीं हैं। (Motivational Stories | Stories)
इस प्रकार सभी लोगों को बचा लिया गया और ग्रेस न केवल रातों-रात एक वीरांगना बन गई बल्कि आज तक उसे याद किया जाता है।
सच्चाई यह है कि एक व्यक्ति भी असंभव काम को अंजाम दे सकता है। जब एक दृढ़ व्यक्ति हिम्मत करके आगे बढ़ता है तो उसको रोकने वाले लोग भी उसके पीछे चल देते हैं, लेकिन किसी न किसी को तो आगे चलना ही पड़ता है।’’
आज हमें भी ग्रेस डार्लिग जैसी अनगिनत वीरांगनाओं की ज़रूरत है। (Motivational Stories | Stories)
lotpot-e-comics | hindi-bal-kahania | bal kahani | hindi-motivational-stories | hindi-stories | kids-motivational-stories | hindi-kids-stories | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-khaanii | baal-khaanii | chottii-hindii-khaanii | bccon-kii-prerk-khaaniyaan | हिंदी प्रेरक कहानियाँ