Motivational Story: भगवान पर भरोसा फटे-पुराने कपड़े पहने एक महिला पंसारी की दुकान में गई और बहुत विनम्रतापूर्वक ढंग से बताया कि उसका पति बीमार है और वह कोई काम-धंधा करने में असमर्थ है। उसके 7 बच्चे हैं, जिनका भरण-पोषण करने के लिए मुझे उधार समान की जरूरत है। By Lotpot 26 Dec 2023 in Stories Motivational Stories New Update भगवान पर भरोसा Motivational Story भगवान पर भरोसा:- फटे-पुराने कपड़े पहने एक महिला पंसारी की दुकान में गई और बहुत विनम्रतापूर्वक ढंग से बताया कि उसका पति बहुत बीमार है और वह कोई काम-धंधा करने में असमर्थ है। उसके 7 बच्चे हैं, जिनका भरण-पोषण करने के लिए मुझे उधार समान की जरूरत है। पंसारी ने उसका मजाक उड़ाया और उसे स्टोर में से निकल जाने को कहा। महिला फिर से अनुरोध करने लगी ‘‘कृपा करें लाला जी, जितनी जल्दी हो सका मैं आपके पैसे अदा कर दूंगी। (Motivational Stories | Stories) लाला ने उसे कहा कि वह उसे किसी भी शर्त पर उधार सौदा नहीं देगा क्योंकि स्टोर में उसका पहले से कोई खाता नहीं चलता। महिला रोने लगी और देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। तब न चाहते हुए भी पंसारी ने पूछा ‘‘जो सौदा तुम लेना चाहती हो, क्या तुम्हारे पास उसकी सूची है।’’ फटे हाल महिला ने उतर दिया ‘‘हां है।’’ (Motivational Stories | Stories) ‘‘ठीक है, ‘‘पंसारी ने नाक-भौं सिकोड़ते हुए कहा ‘‘लाओ ये सूची तराजू में रखो... ‘‘ठीक है, ‘‘पंसारी ने नाक-भौं सिकोड़ते हुए कहा ‘‘लाओ ये सूची तराजू में रखो। इसके वजन के बराबर सौदा मैं तुम्हें दे दूंगा।’’ महिला एक पल के लिए तो झेंप गई लेकिन फिर उसने सिर झुकाया और कागज का वह टुकड़ा इसी मुद्रा में बहुत सावधानी से तराजू के एक पलड़े में रख दिया। तब वहां जमा भीड़ और खुद पंसारी ने अपनी आंखों के सामने चमत्कार होते देखा। पंसारी तराजू के दूसरे पलड़े में कई चीजें रखता गया लेकिन कागज की पर्ची वाला पलड़ा फिर भी भारी था। पंसारी ने बहुत हैरानी से तराजू की ओर देखा तथा फिर धीरे-धीरे दर्शकों की ओर मुड़ कर न चाहते हुए भी कहने लगा ‘‘मुझे तो विश्वास नहीं हो रहा।’’ उसने धीरे-धीरे कई अन्य सौदे तराजू में रखने शुरू कर दिए लेकिन उसके बावजूद पर्ची वाला पलड़ा लगातार नीचे झुका हुआ था। वह तब तक सौदा तराजू में रखता रहा जब तक इसमें रखने की गुंजाइश थी। जब और सौदा रखना सम्भव न रहा तो वह निराश होकर खड़ा हो गया। (Motivational Stories | Stories) आखिर उसने तराजू में से कागज का टुकड़ा उठाया और इसे बहुत हैरानी से निहारने लगा। इस पर कहीं भी किसी सौदे का नाम दर्ज नहीं था। इस पर तो केवल यह लिखा हुआ थाः ‘‘प्रिय प्रभु, आप मेरी हर जरूरत के बारे में जानते हैं और मैं सब कुछ आप पर छोड़ती हूँ।’’ इसे कहते हैं प्रार्थना की शक्ति। मेरा मानना है कि जब हम दिल की गहराइयों से प्रभु के साथ संवाद रचाते हैं तो हमारी प्रार्थना कारगर सिद्ध हो जाती है। जब हम भगवान पर भरोसा रखते हैं और उन पर विश्वास करते हैं तो हमारी प्रार्थना में ऐसी शक्ति आ जाती है जिसके कारण भगवान इसे सुन लेते हैं और हमारी मनोकामनांए पूरी कर देते हैं। (Motivational Stories | Stories) इसलिए प्रिय पाठकों, यदि आप बीमार हैं तो भरोसा रखें कि भगवान आपको भलाचंगा कर देंगे, यदि आप भूखे हैं तो आपको भोजन उपलब्ध हो जाएगा। जिनके पास कपड़े और आश्रय नही हैं उनकी भी कामना पूरी होगी। प्रार्थना अगर दिल से की जाए जैसी उस महिल ने की थी तो वह हमें उपलब्ध होने वाले सबसे बेहतरीन उपहारों में से एक है। प्रार्थना की शक्ति हासिल करने के लिए भी कोई पैसा नहीं खर्चना पड़ता। (Motivational Stories | Stories) lotpot-e-comics | hindi-bal-kahania | bal kahani | short-hindi-stories | short-stories | hindi-short-stories | kids-motivational-stories | hindi-motivational-stories | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-khaanii | baal-khaanii | chottii-hindii-khaanii यह भी पढ़ें:- Motivational Story: घाव-घाव में फर्क Motivational Story: आप समझ ही गए होंगे Motivational Story: जायदाद का सच Motivational Story: हाथों का मूल्य #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Hindi Bal kahania #Kids Stories #kids motivational stories #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #छोटी हिंदी कहानी #Hindi Motivational Stories #hindi short Stories #Short Hindi Stories #short stories You May Also like Read the Next Article