मोटू पतलू और समोसा वीर
एक दिन सुबह सुबह पतलू, डॉ. झटका और घसीटा सैर पर गए हुए थे। जब वे सभी घर के पास पहुंचे तो मोटू की आवाज़ बाहर तक आ रही थी। वे तीनों भाग कर अंदर पहुँचे तो देखा कि मोटू नाच रहा था।
मोटू पतलू को आज हर बच्चा जानता हैमोटू पतलू लोटपोट कॉमिक्स के एक लोकप्रिय पात्र हैं। मोटू और पतलू हर बार किसी न किसी मुसीबत और हास्यास्पद स्थितियों में फंस जाते हैंबाद में केवल भाग्य से ही वे बचते हैं। मोटू पतलू की हर कहानी बच्चों के लिए हास्य और शिक्षा का एक अनमोल मिश्रण प्रदान करती है, जोकि बच्चों को हंसाते हंसाते एक नयी सीख भी दे जाते है। तो फिर जाइए और सब्सक्राइब कीजिए lotpot.com को और अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास में उनकी सहायता कीजिये।
एक दिन सुबह सुबह पतलू, डॉ. झटका और घसीटा सैर पर गए हुए थे। जब वे सभी घर के पास पहुंचे तो मोटू की आवाज़ बाहर तक आ रही थी। वे तीनों भाग कर अंदर पहुँचे तो देखा कि मोटू नाच रहा था।
एक दिन पतलू डॉ. झटका के पहुँचता है और उसको बताता है कि झटके मेरे हांथों में ताकत नहीं रह गयी है, मैं कोई भी भारी सामान उठा नहीं पा रहा हूँ। पतलू की बात सुनकर डॉ. झटका पतलू को समझाता है।
गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, सभी बच्चे अपने अपने नानी या दादी के घर पर छुट्टियां मनाने गए हुए थे। ऐसे ही मोटू और पतलू के पड़ोसी के यहाँ भी उनके नाती पोते आए हुए थे।
मई का महीना ख़त्म होने वाला था और गर्मी अपने चरम पर थी, मोटू और पतलू पसीने में लथपथ अपने घर में बैठ कर हाय गर्मी, हाय गर्मी की रट लगा रहे थे।
एक दिन की बात है मोटू और पतलू घर में बैठे हुए पैसे कमाने के बारे में सोच रहे थे। तभी उनको एक आवाज़ सुनाई देती है मोटू पतलू कहां हो तुम, मैं स्वर्ग लोक से तुमसे मिलने आया हूं।
एक दिन की बात है मोटू अपने घर में आराम कर रहा था, तभी पतलू वहां आता है और मोटू से बोलता है कि भाई मोटू कल तुम एक काम कर लेना। मोटू पतलू से पूछता है कि भाई बताओ क्या काम करना है।
गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, फुरफुरी नगर के वासी छुट्टियों का मज़ा ले रहे थे। डॉ. झटका अपने घर में आराम कर रहे थे, तभी घसीटा भागता हुआ वहां आ जाता है और बोलता है- झटके! ओ झटके! मोटू ने तो कमाल कर दिया।