हिंदी बाल कविता: तितली रानी यह कविता एक तितली रानी की दृष्टि से उसकी सुंदरता और स्वतंत्रता को व्यक्त करती है। यह कविता बचपन की खुशी और उत्साह को दर्शाती है और प्राकृतिक सौंदर्य की महिमा को गुनगुनाती है। By Lotpot 19 Jul 2024 in Poem New Update तितली रानी Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 तितली रानी तितली रानी इतने सुंदर,पंख कहाँ से लाई हो। क्या तुम कोई शहज़ादी हो,या परी लोक से आई हो। पंख अगर मिलते तितली को,दूर दूर उड़ जाती मैं। फूल फूल और कली कली पर,उड़ती और मंडराती मैं। मेरी कहानी बस एक सपना है,सूरज की किरणों संग खेलना है। अपने पंखों से आसमान छूना है,तितली रानी की यही दुनिया है। यह भी पढ़ें:- हिंदी बाल कविता: गोल मटोल रसगुल्ला हिंदी बाल कविता: बचपन हिंदी नैतिक कहानी: अंधों की सूची Jungle Story: मनुष्य का शिकार #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #kids hindi poem #manoranjak hindi kavita #hindi poem on Butterfly #तितली पर कविता You May Also like Read the Next Article