हिंदी बाल कविता: गुड़िया रानी By Lotpot 08 May 2024 in Poem New Update गुड़िया रानी Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 गुड़िया रानी एक थी गुड़िया प्यारी-प्यारी,सबका मन बहलाती थी। सारे सुन्दर वन को अपने,गीत-सुरीले सुनाती थी। राजा शेर मंत्री था चीकू,सबके मन को भाती थी। कोयल बुलबुल की थी सखी,उनके संग मिल गाती थी। सब-मिलजुल कर रहते थे,सारा वन सुख-समृद्धि का दाता था। प्यारी गुड़िया रानी का गुणगान,सारा जंगल गाता था। वन देवी सी लगती थी वो,सिर पे ताज लगाती थी। रोते हुए चेहरे पर भी वो,पल में हंसी ले आती थी। एक थी गुड़िया-प्यारी-प्यारी,सबका मन बहलाती थी। lotpot | lotpot E-Comics | bachchon ki bal kavita | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | bal kavita | hindi kavitayen | kids hindi kavitayen | kids hindi poems | kids hindi poem | hindi poem for kids | bachchon ki hindi kavita | kids hindi rhymes | Hindi Rhymes for kids | hindi rhymes | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कवितायें | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | बच्चों की हिंदी कवितायें | बच्चों की हिंदी कविता | बच्चों की कवितायें | बच्चों की मनोरंजक कविता | बच्चों की कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: अप्रैल फूल Bal Kavita: अपनी नानी Bal Kavita: आया बसन्त Poem: तपती गर्मी #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की कविता #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids hindi rhymes #kids hindi poems #hindi poem for kids #kids hindi poem #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #hindi kavitayen #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें #kids hindi kavitayen #बच्चों की हिंदी कविता #bachchon ki bal kavita #बच्चों की कवितायें #बच्चों की हिंदी कवितायें #bachchon ki hindi kavita You May Also like Read the Next Article