प्यारी कविता : मेरे प्यारे दादा जी प्यारी कविता : मेरे प्यारे दादा जी- दादा जी हमारे परिवार के आधार स्तंभ होते हैं। उनके अनुभव और ज्ञान की गहराई हमें जीवन के हर मोड़ पर सही दिशा दिखाती है। वे न सिर्फ हमारे मार्गदर्शक होते हैं By Lotpot 15 Aug 2024 in Poem New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 प्यारी कविता : मेरे प्यारे दादा जी- दादा जी हमारे परिवार के आधार स्तंभ होते हैं। उनके अनुभव और ज्ञान की गहराई हमें जीवन के हर मोड़ पर सही दिशा दिखाती है। वे न सिर्फ हमारे मार्गदर्शक होते हैं, बल्कि हमारे सबसे बड़े दोस्त भी होते हैं। उनके साथ बिताया हर पल अनमोल होता है, जिसमें उनकी कहानियों और हंसी-खुशी की बातें हमें जीवन के कठिन समय में भी सिखाती हैं कि कैसे मजबूत और सकारात्मक रहना है। उनके आशीर्वाद से हम हर मुश्किल का सामना करने के लिए प्रेरित होते हैं, और उनकी सरलता और दयालुता हमें सच्चे जीवन मूल्यों की शिक्षा देती है। मेरे प्यारे दादा जी, दिल के बहुत ही खास,आपके बिना सूना लगता, ये दुनिया का हर आकाश। आपकी वो मीठी बातें, दिल को जो छू जाएं,आपके साथ हंसते-हंसते, हर गम भी भूल जाएं। आपकी कहानियों में, होती जादू की झलक,उनके संग बहते जाते, सपनों के पुलक। आपके संग बिताए पल, कभी न होंगे पुराने,आपके प्यार में छिपी हैं, अनगिनत मधुर तराने। जब भी मैं उदास होता, आप बनते मेरी ढाल,आपके आशीर्वाद से ही, मिलता है हर सवाल। आपकी मुस्कान से मिलती, अनमोल जीवन की सीख,आपका साथ हो तो, हर राह हो जाती ठीक। मेरे प्यारे दादा जी, आप हैं मेरे दिल के पास,आपके बिना अधूरी है, मेरी ये दुनिया और आस। यह भी पढ़ें:- हिंदी बाल कविता: तारों के संग आते दोस्ती की कविता: दोस्ती का जादू हिंदी बाल कविता: फलों का राजा आम हिंदी बाल कविता: अब न करूंगा मैं हंगामा हिंदी में कविता : बच्चों के खिलौने कितने प्यारे #hindipoem #Besthindipoem #BalKavita #poem #bachchon ki hindi poem #bachon ki poem #Best hindi poems You May Also like Read the Next Article