/lotpot/media/media_files/2024/11/15/meri-pyari-dost-ginni.jpg)
मेरी प्यारी दोस्त गिन्नी बिल्ली: नटखट और प्यारी म्याऊं - इस कविता में गिन्नी बिल्ली और उसकी प्यारी हरकतों का वर्णन किया गया है। गिन्नी एक नटखट, चंचल और प्यारी बिल्ली है, जो अपनी म्याऊं से सभी का दिल जीत लेती है। वह अपनी मासूमियत और शरारतों से हर किसी को हंसाती है। गिन्नी का प्यार और स्नेह उसके मालिक के लिए बहुत खास है। यह कविता हमें सिखाती है कि जानवरों के साथ भी सच्ची दोस्ती होती है, और वे हमारे जीवन में खुशियाँ और सुकून लाते हैं।
गिन्नी मेरी बिल्ली है, सबसे न्यारी,
नटखट, चंचल, मस्ती में प्यारी।
काले-सफेद धब्बों से रंगी है उसकी त्वचा,
म्याऊं-म्याऊं करती, मन मोहती सदा।
सुबह-सुबह वह म्याऊं से उठाती,
अपने पंजों से प्यारे से थपकियाँ थकाती।
खिलौनों से खेलती, दौड़ती इधर-उधर,
गिन्नी के संग दिन हो जाता सुंदर।
मम्मी की गोद में बैठ जाती आराम से,
गिन्नी की आँखे चमकती जैसे तारे आसमान में।
उसकी प्यारी नज़रें, मासूम मुस्कान,
लगता है जैसे हो कोई प्यारी दुल्हन।
छोटी मछली देख, वह झट से कूदती,
अपनी चाल से सबको खूब छकाती।
कभी सोफे पर, कभी पलंग पर दौड़े,
गिन्नी की मस्ती से सारा घर नाचे।
उसकी मीठी म्याऊं दिल को छू जाती,
जब गिन्नी मेरी गोद में आ जाती।
नरम-नरम उसके पंजे, जैसे रुई की डोरा,
गिन्नी के बिना लगता जीवन है अधुरा।
शाम को जब सूरज ढल जाता,
गिन्नी मेरी गोद में आकर सो जाती।
उसके खर्राटे सुनकर सबको हंसी आती,
गिन्नी की नींद में भी उसकी म्याऊं गूंजती रहती।
कभी-कभी गिन्नी नाराज हो जाती,
अपने नखों से किताबों को खुरच जाती।
फिर अपनी बड़ी-बड़ी आँखों से देखती,
और मुझे प्यारी म्याऊं से मना लेती।
गिन्नी मेरी दोस्त है, सबसे खास,
उसके बिना लगता है घर है उदास।
जब वह म्याऊं करती, दिल खुश हो जाता,
गिन्नी मेरी जिंदगी में खुशियाँ ले आता।
गिन्नी की नटखट चाल, उसकी अदा,
मेरे दिल में बसती है उसकी सदा।
गिन्नी मेरी दोस्त है, सबसे खास,
उसके बिना लगता है सब कुछ है उदास।