/lotpot/media/media_files/2025/02/11/I8BHrLwBp0hrJUEs8tUz.jpg)
वर्षा रानी: जल का जादू - वर्षा रानी की कविता में प्रकृति के सबसे सुंदर दृश्यों में से एक का वर्णन किया गया है, जिसमें बारिश के माध्यम से धरती की प्यास बुझाने की भावना और उसकी खूबसूरती को दर्शाया गया है। कविता में बिजली की चमक, बादलों की गरज और रिमझिम पानी के बूंदों के माध्यम से एक मानसूनी जलवायु की जीवंत तस्वीर पेश की गई है। इसमें प्रकृति और मानव के बीच सामंजस्य को भी उजागर किया गया है, जहां हर उम्र के लोग वर्षा के मजे लेते हुए नजर आते हैं। यह कविता न केवल मानसून के आगमन की प्रतीक्षा को व्यक्त करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह यह सीजन धरती को नया जीवन देने का काम करता है। कविता में वर्णित प्रत्येक दृश्य बच्चों और बड़ों को प्रकृति के इस खूबसूरत उपहार का आनंद लेने की प्रेरणा देता है।
कविता: वर्षा रानी: जल का जादू
चमचम-चमचम बिजली चमके,
रिमझिम रिमझिम बादल बरसे।
गरज - गरज कर करते शोर,
छाई काली घटा घनघोर।
प्यारी धरती की प्यास बुझाने,
आई वर्षा हमें भिगोने।
मैं तो हूँ इसकी दीवानी
सबसे प्यारी वर्षा रानी।
नन्हे नन्हे बूंदों की बारात,
लेकर आई खुशहाली सौगात।
हरियाली चुनर ओढ़े धरती,
खिलखिला उठी उछलती फिरती।