गुब्बारे वाला और चतुर बच्चा – एक मजेदार हिंदी कहानी 🎈😄
एक मजेदार हिंदी कहानी : गर्मियों की एक दोपहर थी। गाँव के मेले में एक गुब्बारे वाला अपने रंग-बिरंगे गुब्बारे बेच रहा था। छोटे बच्चे उसके पास आकर गुब्बारे खरीद रहे थे और मजे कर रहे थे।
एक मजेदार हिंदी कहानी : गर्मियों की एक दोपहर थी। गाँव के मेले में एक गुब्बारे वाला अपने रंग-बिरंगे गुब्बारे बेच रहा था। छोटे बच्चे उसके पास आकर गुब्बारे खरीद रहे थे और मजे कर रहे थे।
यह कहानी हमें सिखाती है कि दया और करुणा केवल दूसरों की मदद ही नहीं करतीं, बल्कि किसी न किसी रूप में हमें भी उसका फल मिलता है। किसी पर उपकार करने से हम कभी गरीब नहीं होते, बल्कि हमारी आत्मा और ज्यादा समृद्ध हो जा
एक छोटे से गाँव में तीन नटखट दोस्त—रवि, सोनू और पिंकी रहते थे। तीनों को मस्ती करना और शरारतें करना बहुत पसंद था। एक दिन स्कूल के रास्ते में रवि को एक चमकती हुई पेंसिल मिली।
बहुत पुरानी बात है। राजस्थान के जैसलमेर जिले के एक गांव में रामू पटेल नाम का एक किसान रहता था। वह अपनी मेहनत और ईमानदारी के लिए गांव में जाना जाता था, लेकिन एक समस्या थी
गर्मियों की दोपहर थी। एक हरा-भरा गांव, जहां खुली हवा, हरे-भरे खेत और तालाब के किनारे खेलते बच्चे खुशियों से भरे रहते थे। उसी गांव में मधु नाम का एक चंचल और नटखट लड़का रहता था।
एक बार की बात है, भारत के तराई क्षेत्र में भीषण अकाल पड़ गया। वहां के पक्षियों का राजा, जो हिमालय पर रहता था, ने सभी पक्षियों को खाने की खोज में भेज दिया। उसने कहा, "जाओ और खाने का जुगाड़ करो और वापस आओ
एक समय की बात है, राजा वीरेंद्र नामक एक बहादुर राजा था जो अपनी प्रजा के लिए बहुत कुछ करने के इच्छुक थे। उनका राज्य बहुत समृद्ध और खुशहाल था, लेकिन एक चीज जो राजा वीरेंद्र को हमेशा परेशान करती थी