चीटू की जादुई पेंसिल और उसकी गड़बड़ चित्रकारी
चीटू एक नटखट और शरारती लड़का था। उसकी पेंटिंग क्लास में हमेशा सबको हंसी आती थी क्योंकि वह हर बार कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता था। एक दिन, चीटू को एक पुरानी स्टेशनरी की दुकान में एक चमचमाती जादुई पेंसिल मिली।
चीटू एक नटखट और शरारती लड़का था। उसकी पेंटिंग क्लास में हमेशा सबको हंसी आती थी क्योंकि वह हर बार कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता था। एक दिन, चीटू को एक पुरानी स्टेशनरी की दुकान में एक चमचमाती जादुई पेंसिल मिली।
कहानी बंगाल के वीरभूमि जिले की है, जहाँ 5,000 साल पहले एक पहाड़ी इलाके में रामदेव नाम का एक युवक रहता था। गाँव उपजाऊ नहीं था, इसलिए जीवन यापन करना कठिन था।
रतन टाटा जी से एक बार एक रेडियो प्रेजेंटर ने पूछा, "सर, जीवन में आपको सबसे ज्यादा खुशी कब मिली?" रतन जी ने जवाब दिया, "मैंने अपने Web Stories
रतन टाटा जी से एक बार एक रेडियो प्रेजेंटर ने पूछा, "सर, जीवन में आपको सबसे ज्यादा खुशी कब मिली?" रतन जी ने जवाब दिया, "मैंने अपने जीवन में चार चरणों को पार किया और अंत में सच्ची खुशी का अर्थ समझा।"
असली ज्ञान की खोज- एक संत थे, जो सच्चे ज्ञान की प्राप्ति के लिए दिन-रात साधना और तपस्या में लीन रहते थे। उनका एक ही लक्ष्य था - सभी विद्याओं का पूर्ण ज्ञान प्राप्त करना। उन्होंने माटी के दीपक की मंद रोशनी में रात-रात भर अध्ययन किया।
बिहार के एक युवा, गर्वित ज़मींदार थे जिनकी उम्र उन्नीस साल हो चुकी थी, लेकिन उन्होंने अभी तक पढ़ाई-लिखाई का महत्त्व नहीं समझा था। उन्हें लगता था कि धन-संपत्ति के बल पर जीवन आसान हो जाएगा और शिक्षा की उन्हें कोई ज़रूरत नहीं है।
चिड़िया का बच्चा पूरा दिन अपने घोंसले में आराम से रहता था और चिड़िया बेफिक्र होकर भोजन की तलाश करने निकल जाती थी। चिड़िया ने देख-भाल कर अपना घोंसला खेत की सबसे मजबूत डाली पर बनाया था