बाल कहानी- मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें
Web Stories : "मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते
Web Stories : "मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते
Web Stories: बंटी! चलो खाना खालो! अन्दर रसोई से मां ने बंटी को आवाज लगाई। नहीं, मैं खाना नहीं खाऊंगा बंटी ने अपने कमरे से ही मुंह फुलाए उत्तर दिया।
"मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते हैं। वे इन तीनों चीज़ों को उबालकर दिखाते हैं
Web Stories: बारिश थम चुकी थी। चारों ओर हरियाली छाई हुई थी। पानी से धुले पेड़ों पर एक नयी छटा दिख रही थी। मधुमक्खी एक खिले हुये फूल पर मडंरा रही थी।
Web Stories: "बुद्ध की सीख और कालिया का बदलाव" कहानी में एक डाकू कालिया 100 लोगों को मारकर उनकी अंगुलियों की माला बनाना चाहता है। भगवान बुद्ध उसके रास्ते से गुज़रते हैं।
Web Stories: "सच्ची सेवा का सबक" कहानी में भाई कन्हैया जी गुरु गोविंद सिंह जी की सेना में पानी पिलाने की सेवा करते हैं। वे युद्ध के मैदान में दुश्मन सैनिकों को भी पानी
"बुद्ध की सीख और कालिया का बदलाव" कहानी में एक डाकू कालिया 100 लोगों को मारकर उनकी अंगुलियों की माला बनाना चाहता है। भगवान बुद्ध उसके रास्ते से गुज़रते हैं। कालिया उन्हें मारना चाहता है,