मालिक की नजर: एक प्रेरक कहानी
यह प्रेरक कहानी रामू और कालिया की है, जहाँ एक सीधा-सादा इंसान अपनी सच्चाई से एक चोर को सुधारता है। रामू की भगवान पर आस्था और कालिया की बदलती सोच ने उन्हें नई जिंदगी दी, और दोनों ने मिलकर मेहनत से खुशहाली पाई।
यह प्रेरक कहानी रामू और कालिया की है, जहाँ एक सीधा-सादा इंसान अपनी सच्चाई से एक चोर को सुधारता है। रामू की भगवान पर आस्था और कालिया की बदलती सोच ने उन्हें नई जिंदगी दी, और दोनों ने मिलकर मेहनत से खुशहाली पाई।
Web Stories: सूर्य नगर में धनंजय नाम का एक बहुरूपिया रहता था अपनी रूप बदलने की कला को प्रदर्शित कर वह लोगों को प्रसन्न करता था। और अपनी जीविका चलाता था इस कला में
एक घने वन में एक हरीश नामक हिरण और कालू कौआ दोनों रहते थे, दोनों में गहरी दोस्ती थी कालू कौआ सुबह उठकर ऊंचा उड़ता और हरी भरी घास का पता लगाता।
एक महात्मा से किसी ज्ञानवान मनुष्य ने पूछा- हर बरस रावण का पुतला क्यों जलाया जाता है? जबकि वह तो कब का मर चुका है। महात्मा ने कहा- जिस तरह आम का कोई वृक्ष मीठे फलों की जगह जहरीले फल देना शुरू कर देता है।
एक बार एक सज्जन पुरूष दिल्ली से अम्बाला जा रहे थे। दिसम्बर का महीना था और जनाब थे भी मोटर साईकिल पर सवार। अगर एक मुसीबत हो तो भुगत ली जाये लेकिन यहाँ मुसीबतें थी।
दक्षिण भारत के राजा थे, उनका नाम था चेर। कम्बन उनके राजकवि थे। कम्बन ने ही तमिल में रामायण लिखी थी। राजा चेर के दरबार में बहुत से कवि थे। लेकिन राजा कम्बन को सबसे ज्यादा मानते थे।