हिंदी जंगल कहानी: बुराई का नतीजा

एक घने वन में एक हरीश नामक हिरण और कालू कौआ दोनों रहते थे, दोनों में गहरी दोस्ती थी कालू कौआ सुबह उठकर ऊंचा उड़ता और हरी भरी घास का पता लगाता।

New Update
cartoon image of jackal deer and crow

बुराई का नतीजा

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

हिंदी जंगल कहानी: बुराई का नतीजा:- एक घने वन में एक हरीश नामक हिरण और कालू कौआ दोनों रहते थे, दोनों में गहरी दोस्ती थी कालू कौआ सुबह उठकर ऊंचा उड़ता और हरी भरी घास का पता लगाता। फिर वह अपने दोस्त हरीश हिरण को उस जगह का पता बता देता। हिरण पेट भर घास खाता और नदी में पानी पीकर कौआ भी अपना पेट भर लेता। इस तरह दोनों खा पीकर शाम को अपने ठिकाने लौट आते। सुख से खा पीकर हिरण खूब मोटा हो गया था।

cartoon image of jackal deer and crow

एक दिन एक दुष्ट गीदड़ की नजर हिरण पर पड़ी। उसने सोचा कि इसे किसी तरह... 

एक दिन एक दुष्ट गीदड़ की नजर हिरण पर पड़ी। उसने सोचा कि इसे किसी तरह फंसाना चाहिए। ताकि उसका मांस उसे खाने को मिल जाए। उसने हिरण से दोस्ती का नाटक रचाया कालू कौआ समझदार था उसने कहा- हिरण भाई, इस गीदड़ की नीयत अच्छी नहीं है। तुम इसकी बातों में न आना पर नई नई दोस्ती के चाव में हिरण ने कौए की चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया, धीरे धीरे वह सारा दिन गीदड़ के साथ ही रहने लगा।

एक दिन गीदड़ ने उसे किसान के खेत में जाने की सलाह दी कुछ दिन बाद किसान ने अपने खेत में जाल बिछा दिया हिरण उसमें फंस गया, इतने में गीदड़ आया हिरण को जाल में फंसे देख वह मन ही मन बहुत खुश हुआ। हिरण बोला भाई गीदड़ आप इस जाल को अपने दांतो से काट मुझे छुड़ा दीजिए। दुष्ट गीदड़ बोला अरे भाई हिरण मैं क्या करूं? आज तो शनिवार है मेरा तो उपवास है, सो मैं मांस को नहीं छू सकता।

cartoon image of jackal deer and crow

अब हिरण को अपनी भूल का पता चला। उस रात को जब हिरण घर नहीं लौटा तो कालू कौआ उसकी खोज में निकला। उसे जाल में फंसा देखकर कौए को बहुत दुख हुआ। हिरण रोने लगा तो कौआ बोला- "घबराओ नहीं मेरे प्यारे दोस्त! अभी किसान आने ही वाला है तुम मरे हुए हिरण की तरह अकड़कर पड़ जाओ, जब किसान जाल लपेटना शुरू करेगा तब मैं कांव.. कांव करके तुम्हे इशारा कर दूंगा तुम जल्दी उठकर भाग जाना"।

हिरण ने ऐसे ही किया। उसे भागते देख किसान ने एक डंडा खीचकर मारा। हिरण को तो डंडा लगा नहीं गीदड़ झाड़ियों में छिपा बैठा था वह उस डंडे से मर गया। याद रखो बच्चों कभी किसी का बुरा मत सोचो.. बुराई का नतीजा हमेशा बुरा होता है।

यह भी पढ़ें:-

हिंदी जंगल कहानी: उड़ने की चाह

हिंदी जंगल कहानी: चूहे के गले में घंटी

Jungle Story: साहसी की सदा विजय

Jungle Story: घमंडी शेर

#bachon ki kahani #मज़ेदार बाल कहानी #बच्चों की कहानियाँ #Best Jungle Stories #bachon ki hindi kahaniyan #lotpot E-Comics #बच्चों की बाल कहानियां #छोटी बाल कहानी #मजेदार बाल कहानियां #बच्चों की जंगल कहानी #Hindi Bal Kahaniya #बच्चों की प्रेरणादायक हिंदी कहानी #bachon ki choti kahani #Bal Kahaniyan #जंगल कहानी #बच्चों की हिंदी जंगल कहानी #Best Hindi Bal kahani #Hindi Bal Kahani #bachon ki majedar hindi kahani #bachon ki jungle kahani #choti jungle kahani #choti jungle story #jungle kahani in hindi #बच्चों की छोटी कहानी #hindi jungle kahani #बाल कहानियां #Bal Kahani in Hindi #bachon ki hindi comics #बच्चों की प्रेरक कहानी #hindi jungle stories for kids #Jungle Kahani #लोटपोट #बच्चों की बाल कहानी #बच्चों की छोटी हिंदी कहानी #बाल कहानी #बच्चों की प्रेरणादायक कहानी #बच्चों की कहानी #जंगल कहानियां #best hindi jungle story #bachon ki majedar kahaniyan #Bachon ki hindi prerak kahani #हिंदी बाल कहानी #bachon ki hindi jungle kahani #Hindi Bal Kahaniyan #Jungle Kahania #Hindi Jungle Stories #मजेदार बाल कहानी #हिंदी बाल कहानियाँ #bachon ki hindi kahani #लोटपोट ई-कॉमिक्स #Bal kahani #majedar bal kahani #bachon ki majedar kahani #बच्चों की जंगल हिंदी कहानी #जंगल की हिंदी कहानियाँ #बेस्ट जंगल कहानी #छोटी जंगल कहानी #Hindi Jungle Story #जंगल की मजेदार कहानी #जंगल की कहानी #हिंदी जंगल कहानी #मजेदार जंगल कहानी #Lotpot #best jungle story in hindi