मालिक की नजर: एक प्रेरक कहानी
यह प्रेरक कहानी रामू और कालिया की है, जहाँ एक सीधा-सादा इंसान अपनी सच्चाई से एक चोर को सुधारता है। रामू की भगवान पर आस्था और कालिया की बदलती सोच ने उन्हें नई जिंदगी दी, और दोनों ने मिलकर मेहनत से खुशहाली पाई।
यह प्रेरक कहानी रामू और कालिया की है, जहाँ एक सीधा-सादा इंसान अपनी सच्चाई से एक चोर को सुधारता है। रामू की भगवान पर आस्था और कालिया की बदलती सोच ने उन्हें नई जिंदगी दी, और दोनों ने मिलकर मेहनत से खुशहाली पाई।
Web Stories: एक पिता अपने काम से घर देर से पहुंचे। वह बहुत थके हुए और चिड़चिड़े हो रहे थे। जब वह घर पहुंचे तो उनका पांच साल का बेटा उनका इंतजार कर रहा था।
Web Stories: मई की पच्चीस तारीख, शाम के पांच बजे पिद्दी पहलवान यानी पदमश्री लाल अपने परम मित्र हलवाई पुराणमल की दुकान पर आकर बैठ गये। अभी-अभी वे धन्नूमल के अखाड़े
Web Stories: एक बार बेगम साहिबा को चीन की महारानी ने एक बहुमूल्य सिल्क के कपड़े का टुकड़ा भेंट दिया था। बेगम साहिबा ने बीरबल को बुलाया और उसे कहा।
Web Stories: आज श्वेता के होठों पर कई सप्ताह बाद मुस्कान फूटी थी। उसकी मुस्कान व खिले हुए चेहरे को देख उसके माता-पिता भी अत्यन्त प्रसन्न थे। पिछले, कई सप्ताह से
एक पिता अपने काम से घर देर से पहुंचे। वह बहुत थके हुए और चिड़चिड़े हो रहे थे। जब वह घर पहुंचे तो उनका पांच साल का बेटा दरवाजे पर खड़ा उनका इंतजार कर रहा था।
एक बार बेगम साहिबा को चीन की महारानी ने एक बहुमूल्य सिल्क के कपड़े का टुकड़ा भेंट दिया था। बेगम साहिबा ने बीरबल को बुलाया और उसे कहा कि वह उनके लिए इस कपड़े की सुंदर पोशाक तैयार करवाएं।