बाल कहानी - जायज तरीका
कही एक इंजीनियर रहता था, जो नहर का कार्यभार संभालता था। वही आदेश देता था कि किस क्षेत्र में पानी देना है। वह बहुत ईमानदार था । एक बार एक किसान ने उसे 1000 रुपये एक लिफाफे में देते हुए कहा,
कही एक इंजीनियर रहता था, जो नहर का कार्यभार संभालता था। वही आदेश देता था कि किस क्षेत्र में पानी देना है। वह बहुत ईमानदार था । एक बार एक किसान ने उसे 1000 रुपये एक लिफाफे में देते हुए कहा,
एक छोटे से शहर में, जहाँ हर दिल में बड़े सपने पलते थे, वहीं रहता था आर्यन नाम का एक नन्हा बच्चा। आर्यन का मन हमेशा ऊँचे-ऊँचे सपने देखने में लगा रहता था, पर रोजमर्रा की जिंदगी उसे छोटे-छोटे कदमों में बाँध लेती थी।
एक छोटे से गाँव में एक बहुत ही मस्तमौला लड़का रहता था, जिसका नाम चिंटू था। चिंटू को मिठाइयाँ खाने का बहुत शौक था। उसकी मम्मी हमेशा कहतीं, "चिंटू, इतनी मिठाई खाएगा तो तुम्हारे दांत खराब हो जाएंगे!"
एक गरीब किसान दिनभर मेहनत करके अन्न इकट्ठा करता था। जब भी उसके पास थोड़ा अनाज इकट्ठा हो जाता, वह उसे एक पोटली (थैली) में बांधकर रख लेता, ताकि भविष्य में काम आ सके।
एक गाँव में एक छोटा लड़का रहता था, जिसका नाम रमन था। रमन बहुत ही शरारती और जिद्दी था। उसे किसी की बात मानने का बिल्कुल मन नहीं करता था। वह हमेशा दूसरों को परेशान करने में मज़ा लेता था।
शहर के एक बड़े स्कूल में रोहन नाम का एक लड़का पढ़ता था। रोहन बहुत ही होशियार था, लेकिन उसकी एक आदत थी – वह मेहनत करने से हमेशा बचता था। पढ़ाई में अच्छे अंक लाने के लिए भी वह शॉर्टकट ढूंढता रहता था।
यों तो आठवीं कक्षा के सभी बच्चे एक से बढ़कर एक थे, जिसे देखों कोई न कोई शरारत करता रहता था, पर अतुल तो पूरी कक्षा में पहले स्थान पर आता था ।