जादुई पेंसिल और नटखट बच्चे – जब एक पेंसिल ने कर दिया कमाल
एक छोटे से गाँव में तीन नटखट दोस्त—रवि, सोनू और पिंकी रहते थे। तीनों को मस्ती करना और शरारतें करना बहुत पसंद था। एक दिन स्कूल के रास्ते में रवि को एक चमकती हुई पेंसिल मिली।
एक छोटे से गाँव में तीन नटखट दोस्त—रवि, सोनू और पिंकी रहते थे। तीनों को मस्ती करना और शरारतें करना बहुत पसंद था। एक दिन स्कूल के रास्ते में रवि को एक चमकती हुई पेंसिल मिली।
राजा मान सिंह और उनके चतुर मंत्री चतुर सिंह की कहानियां भारतीय लोककथाओं में मशहूर हैं। चतुर सिंह की बुद्धिमानी का हर कोई कायल था, लेकिन कुछ दरबारी उनकी चतुराई और राजा के प्रति उनकी निकटता से जलते थे।
यह कहानी सुभाषचंद्र बोस के छात्र जीवन की है, जहां वे सर्दी में भी सामान्य कपड़ों में पढ़ाई करते थे। एक अंग्रेज प्रिंसिपल ने उनसे ठंड न लगने का कारण पूछा। सुभाष ने समझाया कि आदतें हमें सहनशील बनाती हैं।
पप्पू एक बहुत ही शरारती और जिज्ञासु बच्चा था। उसे नई-नई चीज़ें इकट्ठा करने का बड़ा शौक था। एक दिन, वह अपने दादाजी के पुराने सामान के बीच कुछ ढूंढ रहा था।
चीटू एक नटखट और शरारती लड़का था। उसकी पेंटिंग क्लास में हमेशा सबको हंसी आती थी क्योंकि वह हर बार कुछ न कुछ गड़बड़ कर देता था। एक दिन, चीटू को एक पुरानी स्टेशनरी की दुकान में एक चमचमाती जादुई पेंसिल मिली।
एक बार की बात है, शहर के एक छोटे से मोहल्ले में सूरज नाम का एक नटखट लड़का रहता था। उसकी शरारतों से पूरा मोहल्ला परेशान रहता था, लेकिन सब उसे बहुत प्यार भी करते थे।
मजेदार कहानी : तुम कब बड़े होगे?- राजा तेरह साल का था। उसे अपनी मां से यह वाक्य दिन में कई बार सुनना पड़ता था। राजा को एक बड़ी अजीब परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा था।