बाल कविता : तितली रानी
यह कविता तितली रानी की सुंदरता, रंग-बिरंगे पंखों और उसके नृत्य का वर्णन करती है। तितली रानी हर फूल पर जाकर अपनी छाप छोड़ती है, उसकी मधुर गुनगुनाहट और नाचते पंखों से बगिया महक उठती है।
यह कविता तितली रानी की सुंदरता, रंग-बिरंगे पंखों और उसके नृत्य का वर्णन करती है। तितली रानी हर फूल पर जाकर अपनी छाप छोड़ती है, उसकी मधुर गुनगुनाहट और नाचते पंखों से बगिया महक उठती है।
इस कविता (Poem) में कर्म की महानता को व्यक्त किया गया है। यह कविता बच्चों को प्रेरित करती है कि वे अपने जीवन में सही मार्ग का चयन करें और सच्चाई तथा मेहनत से हर कठिनाई को पार करें।
दिवाली कविता- यह कविता बच्चों को दिवाली के त्योहार का महत्व समझाने के लिए लिखी गई है। दिवाली सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी है।
यह कविता बच्चों के लिए है, जो पेड़ों और प्रकृति के महत्व को दर्शाती है। कविता में पेड़ को एक सच्चे दोस्त के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो हर परिस्थिति में साथ देता है। बच्चों को यह कविता सिखाती है कि पेड़ हमें फल, छाया, और ताजी हवा देते हैं,
जंगल का वीर राजा शेर- यह कविता बच्चों को जंगल के राजा, शेर, की अद्भुत दुनिया में ले जाती है। इस कविता में शेर के गुणों, उसकी दहाड़ और जंगल में उसकी उपस्थिति को दर्शाया गया है।
यह कविता प्रकृति की महत्ता को उजागर करती है, विशेषकर पेड़ों की भूमिका पर जोर देती है। यह लोगों को संदेश देती है कि पेड़ हमारी पृथ्वी का अनिवार्य हिस्सा हैं और उन्हें बचाना चाहिए। पेड़ न केवल पर्यावरण को शुद्ध रखते हैं।
इस कविता में बंदर मामा की शरारतों का वर्णन किया गया है, जो बच्चों को मनोरंजन प्रदान करते हुए उन्हें सिखाती भी है कि कैसे खेल-खेल में जिम्मेदारी और सावधानी बरतनी चाहिए। बंदर मामा की हरकतें और उनका चुलबुलापन बच्चों को खूब भाता है।