Stories हिंदी जंगल कहानी: हिसाब बराबर हाथी दादा की दुकान पर जिराफ काका पहुंचे। यह बाल्टी कितने की है? जिराफ काका ने एक बड़ी बाल्टी को उलट पुलट कर पूछा, दो सौ रूपये की है। हाथी दादा ने कहा, बहुत मजबूत है। By Lotpot 26 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: अपनी अपनी रूचि रीता और रंजन भाई-बहन थे। उनके पिता जी का तो व्यापार था। इसलिए वे अपने व्यापार में व्यस्त रहते थे। महीने में पंद्रह दिन तो व्यापार के सिलसिले में बंगलौर रहते थे। घर में मां का ही हुक्म चलता था। By Lotpot 26 Jun 2024
Stories मजेदार हिंदी कहानी: घमण्डी राजा एक राजा था, बड़ा घमण्डी व अत्याचारी। वह अपने आप को बहुत चतुर समझता था और बहुत जिद्दी था। एक बार एक ज्योतिषी उनके दरबार में आए। राजा के घमण्डी व जिद्दी होने की बात वे पहले ही सुन चुके थे। By Lotpot 25 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: झूठी शान आफत में जान अविनाश आज उदास मन से स्कूल से घर लौटा। क्या स्कूल में किसी से झगड़ा हो गया या फिर अध्यापक जी ने पढ़ाई के बारे में मारा? पता नहीं अविनाश आज क्यों उदास है। By Lotpot 22 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: सबसे दुखी आदमी एक राजा अत्यन्त निर्दयी और अत्याचारी था। वह जनता को हर तरह से दुःख और कष्ट दिया करता। सारी जनता राजा के व्यवहार से दुःखी रहती थी। अचानक एक दिन उस राजा के राज्य में एक साधु आया। By Lotpot 21 Jun 2024
Stories हिंदी जंगल कहानी: गधे ने होटल खोला मुर्खानंद गधे ने जब होटल खोला, तो जंगल के जानवरों को बड़ा आश्चर्य हुआ। कारण वे सभी यह अच्छी तरह जानते थे कि गधे जी होटल नहीं चला पाएँगे। भला अनपढ़ भी किसी काम का होता है। By Lotpot 15 Jun 2024
Stories मजेदार हिंदी कहानी: धर्मसेन का न्याय किसी जमाने में एक राजा था, उनका नाम धर्मसेन था। धर्मसेन का जैसा नाम था, वैसा ही उनका काम भी था। वह धार्मिक होने के साथ-साथ न्यायप्रिय भी थे। उनके दरबार में लोग दूर दूर से न्याय के लिए आते थे। By Lotpot 10 Jun 2024
Stories हिंदी मजेदार कहानी: प्रकाश की समझदारी बीरनचक राज्य में बहुत जोरों की बारिश हो रही थी। पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश बंद होने का नाम ही नहीं ले रही थी। चारों ओर पानी ही पानी भर गया। सातवें दिन बारिश बंद तो हो गई, मगर तब तक वहां बाढ़ आ गई। By Lotpot 08 Jun 2024
Stories हिंदी मजेदार कहानी: मुन्ना मियां का इम्तिहान दोस्तों यूं तो इस घटना को बीते अनेक साल हो चुके हैं लेकिन हर साल इम्तिहान का मौसम आते ही यह घटना याद आ जाती है और मन लोटपोट हो जाता है। उस स्कूल में जब हमने दाखिल लिया और पहले दिन क्लास में पहुंचे। By Lotpot 08 Jun 2024