Stories हिंदी प्रेरक कहानी: दिव्य शक्ति उन दिनों रामकृष्ण परमहंस बेहद बिमार थे, चारपाई से उठने की शक्ति भी उनमें नही बची थी उनके निकट संबंधी और भक्तगण उनकी इस दशा पर बेहद चिंतित थे। By Lotpot 21 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: प्रार्थना और भगवान डॉण मार्क एक प्रसिद्ध कैंसर स्पैश्लिस्ट थे, एक बार किसी सम्मेलन में भाग लेने के लिए किसी दूर के शहर जा रहे थे। वहां उनको उनकी नई मैडिकल रिसर्च के महान कार्य के लिए पुरस्कृत किया जाना था। By Lotpot 18 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: संतरे का टोकरा रवि गरीब लड़का था। उसके पिताजी का निधन हो चुका था। उसकी माता घर पर सिलाई मशीन चलाकर मुहल्ले वालों के कपड़े सिलकर अपना तथा रवि का गुजारा चलाया करती। By Lotpot 13 Jun 2024
Stories हिंदी जंगल कहानी: जंगल की आग सुंदरवन में पलटू नाम का एक गधा रहता था। वह हर समय उटपटांग हरकत करता रहता था और बिना मतलब की बातें सोचा करता था। कभी-कभी उसकी सोच के चक्कर में जंगल के जानवर भी फंस जाते थे। By Lotpot 13 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: ये खेत मेरा है यह एकदम सच्ची और प्रेरक घटना है, हालांकि घटना थोड़ी पुरानी है, यानि अंग्रेजी राज्य के समय की जब हमारा देश गुलाम था। गोरे किसानों पर बहुत अत्याचार करते थे, उनसे लगान लेते थे और उन्हें अकारण अपमानित करते थे। By Lotpot 07 Jun 2024
Stories हिंदी जंगल कहानी: चिंटू बंदर को मिली उसकी करतूत की सजा एक चिंटू नाम का बंदर था। वह बहुत शरारती और नटखट था। उसके कारण जंगल के सारे जानवर बहुत परेशान रहते थे। शरारत करने के बाद वो अपने आपको इस चालाकी से बचा लेता कि कोई उसे कुछ कह भी ना पाता। By Lotpot 06 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: अत्याचार का प्रतीक करीब तीन सौ वर्ष पहले की बात है। गढ़वाल के पूर्वी क्षेत्र खैरागढ़ में राजा भानशाही का शासन था। राजा सदैव प्रजा के हित का ध्यान रखता था, अत: उसकी प्रजा बहुत सुखी और प्रसन्न थी। By Lotpot 05 Jun 2024
Stories हिंदी नैतिक कहानी: गिलहरी का पीछा अरे! यह क्या हो गया तुम्हें यह चोट कैसे लगी? किशोर की बुरी हालत देख कर सारा परिवार उसकी ओर बाहर भागा। देखा तो किशोर कई जगह से चोटिल दिखाई दिया। सड़क पर गिर जाने से यह चोटें आई हैं। By Lotpot 03 Jun 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: सुखी कौन किसी इलाके में एक जमींदार रहता था। उसके पास अपार धन-सम्पत्ति थी। जमीदार के दो पत्नियां थीं, माधवी और सुनंदा। माधवी से जमींदार के पांच पुत्र हुए- अमल, श्वेत, पलक, धीर और त्यागी। By Lotpot 31 May 2024