हिंदी जंगल कहानी: मुर्गाबी, कौआ और बुद्धिमान उल्लू
Web Stories: जंगल के किनारे ऊंचे पेड़ पर कौआ अपना घोंसला बना रहा था। बनाते बनाते कौए को यह लगा कि अभी कुछ कमी है। उसने घोंसले के बीच में कुछ सूखी घास रख दी।
Web Stories: जंगल के किनारे ऊंचे पेड़ पर कौआ अपना घोंसला बना रहा था। बनाते बनाते कौए को यह लगा कि अभी कुछ कमी है। उसने घोंसले के बीच में कुछ सूखी घास रख दी।
Web Stories: किसी इलाके में एक जमींदार रहता था। उसके पास अपार धन-सम्पत्ति थी। जमीदार के दो पत्नियां थीं, माधवी और सुनंदा। माधवी से जमींदार के पांच पुत्र हुए
Web Stories: जीवन में हार और जीत दोनों का अपना महत्व होता है। कभी-कभी हारने के बाद भी हमें ऐसी सीख मिलती है, जो आगे चलकर हमारी सबसे बड़ी ताकत बन जाती है। यह कहानी
Web Stories: यह एकदम सच्ची और प्रेरक घटना है, हालांकि घटना थोड़ी पुरानी है, यानि अंग्रेजी राज्य के समय की जब हमारा देश गुलाम था। गोरे किसानों पर बहुत अत्याचार करते थे,
Web Stories कई साल पहले की बात है, गंगा नदी के किनारे बसा था सुखपुर नाम का एक छोटा सा गाँव। यह गाँव अपनी शांति, हरियाली, और गंगा की पवित्र लहरों के लिए जाना जाता था।
कई साल पहले की बात है, गंगा नदी के किनारे बसा था सुखपुर नाम का एक छोटा सा गाँव। यह गाँव अपनी शांति, हरियाली, और गंगा की पवित्र लहरों के लिए जाना जाता था। गाँव के बीचों-बीच एक पुराना बरगद का पेड़ था।
Web Stories: जंगल में दो प्रकार के जानवर थे। शेर-चीता आदि मासांहारी थे, हिरण, नीलगाय, खरगोश, कछुआ आदि शाकाहारी वन्य प्राणी थे। दोनों वर्गों के प्राणी एक दूसरे से अलग