जंगल वर्ल्ड: सबसे हल्के बंदरों में से एक हैं पनामा के रात्रि बंदर
जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, यह बंदर रात्रिचर होता है और सुबह और शाम को सबसे अधिक सक्रिय होता है। रात्रिचर और चेहरा गोल होने के कारण, उन्हें अक्सर उल्लू बंदर कहा जाता है।
जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, यह बंदर रात्रिचर होता है और सुबह और शाम को सबसे अधिक सक्रिय होता है। रात्रिचर और चेहरा गोल होने के कारण, उन्हें अक्सर उल्लू बंदर कहा जाता है।
एक दिन की बात है मोटू और पतलू घर में बैठे हुए पैसे कमाने के बारे में सोच रहे थे। तभी उनको एक आवाज़ सुनाई देती है मोटू पतलू कहां हो तुम, मैं स्वर्ग लोक से तुमसे मिलने आया हूं।
एक दिन की बात है देवा अपने घर पर बैठा हुआ था कि तभी उसके पास प्रोफेसर चंद्रा का कॉल आता है और वो उसे बताते हैं कि उन्होंने कोई नया इन्वेंशन किया है जिसके बारे में वो उससे डिस्कस करना चाहते हैं।
कई दिनों से पपीता राम की मम्मी पपीता राम की कुछ गन्दी आदतों से बहुत परेशान थीं, जैसे बिना हाथ धुले खाना खाने की आदत, बहार से आकर बिना पैर धुले घर में अंदर आना और भी ऐसी कई आदतें पपीता राम में थीं।
एक दिन की बात है मोटू अपने घर में आराम कर रहा था, तभी पतलू वहां आता है और मोटू से बोलता है कि भाई मोटू कल तुम एक काम कर लेना। मोटू पतलू से पूछता है कि भाई बताओ क्या काम करना है।
चुनाव का माहौल चल रहा था, जगह जगह भावी नेताओं के भाषण समारोहों की गोष्ठियां हो रहीं थीं, जिनमें भीड़ भी काफी ज्यादा इकट्ठा हो रही थी। उस भीड़ की वजह से राहगीरों को भी काफी दिक्कतें हो रहीं थीं।
गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, फुरफुरी नगर के वासी छुट्टियों का मज़ा ले रहे थे। डॉ. झटका अपने घर में आराम कर रहे थे, तभी घसीटा भागता हुआ वहां आ जाता है और बोलता है- झटके! ओ झटके! मोटू ने तो कमाल कर दिया।
सुबह के सात बज रहे थे, नटखट नगर के लोग सुबह के काम निपटा रहे थे। रोबो और डोगो दोनों गार्डन में सुबह की धुप का मज़ा ले रहे थे। तभी रोबो, डोगो से बोलता है कि ओ! नाचीज़ जानवर बादशाह अकबर के सामने अदब से खड़ा हो।