बच्चों के लिए गेंद पर कविता
कविता: गेंद- बचपन की यादों में गेंद (Ball) का एक खास स्थान होता है। गेंद सिर्फ एक खिलौना नहीं बल्कि बच्चों के लिए मनोरंजन (Entertainment) और सीखने (Learning) का साधन भी है।
कविता: गेंद- बचपन की यादों में गेंद (Ball) का एक खास स्थान होता है। गेंद सिर्फ एक खिलौना नहीं बल्कि बच्चों के लिए मनोरंजन (Entertainment) और सीखने (Learning) का साधन भी है।
बच्चों, आपने कभी सोचा है कि अगर पेड़ न हों तो हमारी धरती कैसी लगेगी? न हरियाली होगी, न ताज़ी हवा, न मीठे फल, न ठंडी छाया। इसलिए कहा जाता है कि पेड़ हमारे असली साथी (trees are our true friends) हैं।
महात्मा गांधी, जिन्हें प्यार से बापू कहा जाता है, भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे। उन्होंने कभी भी हिंसा का रास्ता नहीं अपनाया, बल्कि सत्य (truth) और अहिंसा (non-violence) के बल पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया।
बच्चों की कविताएँ हमेशा उनके दिल को छू जाती हैं क्योंकि उनमें मासूमियत, खेल और कल्पनाओं की दुनिया होती है। कविता “हाथी की शादी” ऐसी ही एक प्यारी रचना है
यह कैसी दीवाली है?:- दीवाली भारत का सबसे रोशन और पवित्र त्योहार है, जिसे दीयों, मिठाइयों और खुशियों का पर्व कहा जाता है। यह त्योहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत और रोशनी पर अंधकार की विजय का संदेश देता है।
कविता “छूटी मेरी रेल” बच्चों के लिए बेहद मजेदार और कल्पनाशील कविता है। इसमें रेलगाड़ी (Train) का सफर और उसकी आवाज़ों को इतनी खूबसूरती से पिरोया गया है
बचपन की दुनिया कितनी रंगीन होती है। न कोई चिंता, न कोई बोझ, बस हंसी-खुशी और ढेर सारी शरारतें। कविता “बहती नदिया छप-छप पानी” बच्चों के इन्हीं सुनहरे पलों को याद दिलाती है।