हिंदी जंगल कहानी: बुराई का नतीजा
एक घने वन में एक हरीश नामक हिरण और कालू कौआ दोनों रहते थे, दोनों में गहरी दोस्ती थी कालू कौआ सुबह उठकर ऊंचा उड़ता और हरी भरी घास का पता लगाता।
एक घने वन में एक हरीश नामक हिरण और कालू कौआ दोनों रहते थे, दोनों में गहरी दोस्ती थी कालू कौआ सुबह उठकर ऊंचा उड़ता और हरी भरी घास का पता लगाता।
निशु चूहे से बिल्लियां अब डरने लगीं थीं। निशु ने काम ही ऐसे किए थे। उसने कई बार बिल्लियों की गुदगुदी की थी कबड्डी खेलने की कोशिश की थी, और उनकी आंखों में धूल झोंक दी थी। और हर बार वह बच निकला था।
चुनमुन चूहा बहुत ही पेटू था। उसे हर समय सिर्फ खाने की ही फिक्र लगी रहती थी। खाने की लालच में कभी-कभी तो वह अपने पड़ोसियों के घरों में भी घुस जाता था और जो भी खाना उसे नजर आता, वह फौरन चट कर जाता।
एक बार की बात है, घने जंगल में एक उन्मत्त हाथी ने भारी उत्पात मचा रखा था। वह अपनी ताकत के नशे में चूर होने के कारण किसी को कुछ नहीं समझता था। एक पेड़ पर एक चिड़िया व चिड़े का छोटा-सा सुखी संसार था।
शैतान शेर रोज़ाना जंगल के जानवरों को अपनी भूख मिटाने के लिए मारता था। जंगल के सभी जानवर डरे हुए और चिंतित थे। ऐसे तो जंगल में एक भी जानवर नहीं बचेगा। क्या किया जाए?
बहुत पहले की बात है। चंपक वन में भाँति-भाँति प्रकार के पौधे थे। इस वन में पक्षीराज गरूड़ रहा करते थे। वे बड़ी पारखी नजर रखते थे। पंछियों के गुण दोष वे एक नजर मे ही परख लिया करते।
जंगल की कहानी : झुमकू ने चोर पकड़ा:- झुमकू बन्दर अक्सर जासूसी की किताबें पढता रहता था। वह चाहता था कि वह एक महान जासूस बने उसका सारी दुनिया में नाम हो और एक रात उसे जासूसी करने का अवसर हाथ लग ही गया । उस रात वह अपने दोस्त के घर से जन्मदिन की पार्टी से लौट रहा था। काफी देर हो चुकी थी, चारों ओर अँधेरा व सन्नाटा था। तभी सन्नाटे की आवाज से झुमकू चैंक उठा।
जंगल की कहानी : रानू का जन्मदिन :- रानू एक बहुत अच्छा हिरण था। बस एक ही बुरी आदत थी रानू की, वह अपने ऊपर कुछ जरूरत से अधिक ही भरोसा करता था। किसी भी काम को ठीक से सोचे समझे बिना उसे जल्दबाजी से कर डालता था। इसी कारण उसे कई बार नुकसान उठाना पड़ता था।