Jungle World: शहद का प्रेमी होता है किंकाजू
किंकाजू (पोटोस फ्लेवस) मध्य और दक्षिण अमेरिका के तराई के वर्षावनों के मूल निवासी एवं रात्रिचर स्तनधारी हैं। उनका निवास स्थान पूर्वी और दक्षिणी मेक्सिको से लेकर मध्य अमेरिका में बेलीज़ और कोस्टा रिका तक।
किंकाजू (पोटोस फ्लेवस) मध्य और दक्षिण अमेरिका के तराई के वर्षावनों के मूल निवासी एवं रात्रिचर स्तनधारी हैं। उनका निवास स्थान पूर्वी और दक्षिणी मेक्सिको से लेकर मध्य अमेरिका में बेलीज़ और कोस्टा रिका तक।
भारतीय उड़ने वाली लोमड़ी (Flying Fox) भारतीय उपमहाद्वीप की मूल निवासी उड़ने वाली लोमड़ी की एक प्रजाति है। यह दुनिया के सबसे बड़े चमगादड़ों में से एक है। फलों के बागों के प्रति इसकी विनाशकारी प्रवृत्ति के कारण।
बोंगो (ट्रागेलाफस यूरीसेरस) एक शाकाहारी, ज्यादातर रात्रिचर खुर वाला प्राणी है। बोंगो की विशेषता एक आकर्षक लाल-भूरे रंग का कोट, काले और सफेद निशान, सफेद-पीली धारियां और लंबे थोड़े सर्पिल सींग हैं।
डायनासोर जिसका अर्थ यूनानी भाषा में बड़ी छिपकली होता है लगभग 16 करोड़ वर्ष तक पृथ्वी के सबसे प्रमुख स्थलीय कशेरुकी (Vertebrate) जीव थे। वह ट्राइएसिक काल के अंत से लेकर क्रीटेशियस काल के अंत तक अस्तित्व में रहे।
वाॅम्बेट ऑस्ट्रेलिया का प्राणी है। यह करीब एक मीटर लंबे होते हैं और इनकी पूंछ बेहद छोटी होती है। वाॅम्बेट का नाम इओरा समूह से लिया गया है क्योंकि यह समूह शुरू से ही सिडनी में रहता था।
अजगर आकार में-सांप परिवार का सबसे बड़ा सदस्य है। सामान्य भारतीय अजगर की लम्बाई 8 मीटर तक हो सकती है और इसका अधिकतम शरीर का भार 120 किलोग्राम तक हो सकता है। अजगर अत्यंत शक्तिशाली होता है।
गिलहरियाँ छोटे व मध्यम आकार कृन्तक प्राणियों की विशाल परिवार की सदस्य हैं जिन्हें स्कियुरिल कहा जाता है। इस परिवार में वृक्षारोही गिलहरियाँ, भू गिलहरियाँ, चिम्पुंक, मार्मोट (जिसमे वुड्चक भी शामिल हैं)।
बिच्छू लंबे समय से पृथ्वी पर हैं और लगभग 420 मिलियन वर्ष पहले भूमि पर रहने के लिए अनुकूलित होने वाले पहले जानवरों में से एक हैं। उस समय के समुद्री बिच्छू के जीवाश्म रिकॉर्ड हैं जो 3.3 फीट (1 मीटर) तक लंबे हो गए थे।