Papita Ram E-Comics: पपीता राम और पेट का सवाल
एक दिन की बात है पपीता राम कहीं से घूम कर घर में आता है और अपनी मम्मी को आवाज़ लगाता है 'मम्मी ओ मम्मी कहाँ हो'। पपीता राम की आवाज़ सुनकर उसकी मम्मी किचन में से आवाज़ देती हैं की बताओ क्या हुआ?
एक दिन की बात है पपीता राम कहीं से घूम कर घर में आता है और अपनी मम्मी को आवाज़ लगाता है 'मम्मी ओ मम्मी कहाँ हो'। पपीता राम की आवाज़ सुनकर उसकी मम्मी किचन में से आवाज़ देती हैं की बताओ क्या हुआ?
फुरफुरी नगर में आज भी सबकुछ अन्य दिनों की तरह सामान्य चल रहा था, मगर फुरफुरी नगर की गलियों में आज बच्चों के लिए एक अलग ही आकर्षण मौजूद था। और वो था एक गेम वाला जो कोई नए तरीके का गेम सभी बच्चों को बाँट रहा था।
एक अप्रैल का दिन था, सभी बच्चे अपने दोस्तों को अप्रैल फूल बनाने का कोई न कोई तरीका ढूंढ रहे थे। मिन्नी सुबह सुबह बाहर निकली और अभी वो कुछ दूर ही गयी थी की तभी उसे इक्की दिखाई दी।
गर्मी के दिन चल रहे थे, स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां भी होने वाली थीं। एक दिन सुबह सुबह चेलाराम स्कूल पहुंचे और क्लास रूम में बैठ गए। तभी थोड़ी देर बाद क्लास टीचर भी क्लास में आ गए। उनहोंने आते ही सभी बच्चों से बोला।
एक दिन मोटू और पतलू बाहर घूम रहे थे तभी उनको बहुत सारे लोग लड्डू ले जाते हुए दिखाई दिए। मोटू लड्डू देख कर पतलू से पूछता है की भाई ये लोग इतने सारे लड्डू लेकर कहाँ जा रहे हैं।
संडे का दिन था, नीटू सुबह से जल्दी जल्दी अपने सारे काम खत्म कर रहा था। रोबो ने नीटू को देखकर पूछा की क्या हुआ नीटू आज बहुत जल्दी जल्दी सारे काम कर दिए तुमने?
होली आने वाली थी और डॉ. डेविल अपनी लेबोरेटरी में बहुत दिनों से किसी प्रयोग में जुटा हुआ था। होली से एक दिन पहले डॉ. डेविल अपने असिस्टेंट को बुलाता है और बोलता है की इस डमी पर ये मेरा बनाया हुआ रंग और गुलाल डालो।