Travel: अद्वितीय विशेषताओं का स्थान है कोट्टायम
कोट्टायम भारत के केरल प्रांत का एक शहर है। केरल का कोट्टायम नगर अद्वितीय विशेषताओं को अपने में समेटे एक अनोखा पर्यटन स्थल है। यह शहर प्राकृतिक सुंदरता के अद्भुत नजारे पेश करता है।
कोट्टायम भारत के केरल प्रांत का एक शहर है। केरल का कोट्टायम नगर अद्वितीय विशेषताओं को अपने में समेटे एक अनोखा पर्यटन स्थल है। यह शहर प्राकृतिक सुंदरता के अद्भुत नजारे पेश करता है।
अफ़्रीका की सफ़ारी राजधानी के रूप में जाना जाने वाला, नैरोबी एक ऊर्जावान, आधुनिक शहर है जो वन्य जीवन और रात्रि जीवन दोनों का एक आकर्षक परिचय प्रदान करता है। संगीत क्लब, दुकानों और बाजारों की हलचल के साथ स्पंदित होते हैं।
पुराने समय में सीढ़ीदार कुएं को बावड़ियां कहा जाता था। इन्हें भारत पर राज करने वाले राजाओं ने बनवाया था। राजाओं में कुछ बावड़ियों का निर्माण रानियों के लिए और कुछ बावड़ियों का निर्माण प्रजा के लिए किया था।
मथुरा से पश्चिम में डीग-अलवर मार्ग पर गोवर्धन लगभग 24 कि.मी. है। यह वैष्णवों का विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यहाँ गोवर्धन नामक पर्वत है जिसकी सेवा-पूजा साक्षात भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमूर्ति के रुप में की जाती है।
अंगकोर वाट उत्तरी कंबोडिया में स्थित एक विशाल बौद्ध मंदिर परिसर है। यह मूल रूप से 12वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में एक हिंदू मंदिर के रूप में बनाया गया था। 400 एकड़ से अधिक में फैला अंगकोर वाट दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक माना जाता है।
यदि आधी रात में सूर्य देखने की अद्भुत इच्छा आपके मन में है तो नार्वे जाकर यह इच्छा पूरी हो सकती है। उत्तर-पश्चिम में स्थित नार्वे को मध्यरात्रि के सूर्य के देश के नाम से भी जाना जाता है।
यहाँ पर ‘नैनीताल नगर, जो नैनीताल जिले के अन्दर आता है। यहाँ का यह मुख्य आकर्षण केन्द्र है। तीनों ओर से घने-घने वृक्षों की छाया में ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों की तलहटी में नैनीताल समुद्रतल से 1938 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।