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एक असाधारण अध्यापक
मजेदार हिंदी कहानी: एक असाधारण अध्यापक:- अधिकांश अध्यापक कक्षा में गम्भीर रहते हैं मगर कभी-कभी हमारा सामना किसी ऐसे अध्यापक से भी हो जाता है जो असाधारण रूप से चतुर होता है। नसीरुद्दीन एक एसे ही अध्यापक थे। एक दिन उन्हें भूगोल की कक्षा में भेज दिया गया। नसीरुद्दीन का भूगोल का ज्ञान लगभग शून्य था नसीर ने कक्षा में आते ही छात्रों से प्रश्न किया, “क्या तुम्हें भूगोल के आधार तथ्यों का ज्ञान है?”
छात्रो ने एक ध्वनि में उत्तर दिया, “जी नहीं”।
“जब तुम्हें विषय के आधार तथ्यों का ही ज्ञान नहीं है तो मैं तुम्हें आगे कैसे पढ़ा सकता हूं”। यह कहकर अध्यापक नसीर कक्षा छोड़ कर बाहर चले गये।
दूसरे दिन फिर उन्हें उसी कक्षा में जाना था। एक बार फिर नसीर ने अपना वही प्रश्न छात्रों में दोहराया “क्या तुम्हें भूगोल के आधार तथ्यों का ज्ञान है?”
इस बार छात्रों की ओर से दूसरे ही प्रकार का उत्तर मिला। छात्रों ने एक आवाज में कहा। “हां महोदय हम सब भूगोल के मूल्य तथ्यों से परिचित हैं”।
“ऐसी दशा में कोई तुक नहीं है कि मैं उन्हीं बातों को कक्षा में दोहरांऊ। जिनसे तुम सभी पहले से ही परिचित हो”। यह कहकर नसीर एक बार फिर कक्षा से बाहर आ गये।
तीसरे दिन भी नसीर के सामने वही समस्या थी उन्हें उसी कक्षा में जाकर वह विषय पढ़ाना था जिसका उन्हें...
तीसरे दिन भी नसीर के सामने वही समस्या थी उन्हें उसी कक्षा में जाकर वह विषय पढ़ाना था जिसका उन्हें जरा भी ज्ञान नहीं था। नसीर ने फिर बड़ी चतुराई से काम लिया। कक्षा में पहुंच कर उन्होंने फिर वही प्रश्न दोहराया किन्तु छात्र भी इस बार अध्यापक नसीर को कक्षा छोड़ कर जाने का कोई अवसर देना नहीं चाहते थे। “हममें से कुछ जानते हैं और कुछ नहीं जानते हैं” कक्षा में छात्रों ने नसीर के प्रश्न के उत्तर में कहा।
“जो छात्र जानते हैं वे उन छात्रों को समझायें जो नहीं जानते हैं इसके बाद ही आगे की पढ़ाई की जायेगी” और यह कहकर एक बार फिर अध्यापक नसीर अपनी भूगोल सम्बंधी अज्ञानता की पोल खुलने से बच गये।
एक और दिन एक छात्र ने अध्यापक नसीर से प्रश्न किया, “अध्यापकों में कुछ असाधारण शक्तियां होती हैं। क्या आपमें भी कोई असाधारण शक्ति है?”
नसीर ने उत्तर दिया, “है न, मैं अधेरे में भी देख सकता हूं”।
किन्तु छात्र हार मानने वाला नहीं था। उसने कहा, “यदि ऐसा है तो आप रात में सड़क पर लालटैन ले कर क्यों निकलते हैं?”
पर अध्यापक नसीर को हराना आसान नहीं था उसने एक बार फिर बड़ी चतुराई से उत्तर दिया, “मैं तो रात में भी देख सकता हूं पर लालटैन लेकर इसलिए निकलता हूं ताकी तुम जैसे साधारण लोग रात में रास्ता देख सकें” नसीर से एक बार फिर अपनी चतुराई से छात्र को खामोश कर दिया था।