शिक्षाप्रद कहानी : अहंकार का सबक यह कहानी "अहंकार का सबक-Story Lesson of Ego" एक व्यवसायी की है जिसने अपने कारोबार में खूब सफलता पाई और धन-संपत्ति अर्जित की। जैसे-जैसे उसका व्यापार बढ़ता गया By Lotpot 30 Oct 2024 in Moral Stories New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 यह कहानी "अहंकार का सबक-Story Lesson of Ego" एक व्यवसायी की है जिसने अपने कारोबार में खूब सफलता पाई और धन-संपत्ति अर्जित की। जैसे-जैसे उसका व्यापार बढ़ता गया, उसके नौकर-चाकर भी बढ़ते गए। लेकिन, सफलता के साथ-साथ उसमें घमंड भी बढ़ने लगा। एक दिन उसका एक संबंधी उससे मिलने आया। वह खुद एक अच्छे पद पर कार्यरत था और उसे सम्मानजनक वेतन भी मिलता था। बातचीत के दौरान व्यवसायी ने संबंधी को उपेक्षा की नजर से देखा और अहंकार में कह दिया, "तुम जैसे पाँच नौकर तो मैं आसानी से रख सकता हूँ!" संबंधी ने यह बात सुनकर थोड़ा असहज महसूस किया, लेकिन उसने शांत रहते हुए जवाब दिया, "अच्छा, वैसे आपके यहाँ कितने नौकर हैं?" व्यवसायी ने घमंड से उत्तर दिया, "सात नौकर हैं।" संबंधी ने फिर पूछा, "और हर एक को कितनी तनख्वाह देते हैं?" व्यवसायी ने जवाब दिया, "तीन नौकरों को पाँच-पाँच सौ रुपये, दो को चार-चार सौ रुपये, और एक को तीन सौ रुपये हर रोज देता हूँ।" संबंधी ने थोड़ी सोचकर कहा, "तो इसका मतलब है कि सात नौकरों को आप कुल 2600 रुपये देते हैं?" व्यवसायी ने गर्व से 'हां' में उत्तर दिया। अब संबंधी ने मुस्कुराते हुए कहा, "मैं एक अच्छे कॉलेज में प्रोफेसर हूँ और मुझे 2500 रुपये प्रति रोज मिलते हैं। मैं केवल ढाई घंटे की तीन क्लासेज लेता हूँ। यदि मैं आपके बच्चे को ढाई घंटे रोज पढ़ा दूं तो क्या आप मुझे 2500 रुपये प्रतिदिन देकर नौकर रख सकते हैं?" व्यवसायी की यह सुनकर बोलती बंद हो गई। उसने तुरंत समझ लिया कि उसने बिना सोचे-समझे जो घमंड में कहा था, वह गलत था। इस कहानी का संदेश: अहंकार इंसान को अंधा बना देता है। रिश्तों में घमंड नहीं, बल्कि सम्मान और आदर का होना जरूरी है। इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि किसी की मेहनत का मूल्य आंकने से पहले खुद को उस स्थिति में रखना चाहिए। मजेदार बाल कहानी यहाँ और भी हैं :- Moral Stories : आँख की बाती: सच्चे उजाले की कहानीMoral Stories गौतम बुद्ध और नीरव का अनमोल उपहारMoral Stories : रोनक और उसका ड्रोनMoral Stories - शिक्षाप्रद कहानी : ईमानदारी का हकदार #Bal kahani #Bal Kahaniyan #Bal Kahania #Bal Kahania Lotpot #Hindi Bal Kahani #Bal Kahani Lotpot #Best Hindi Bal kahani #Bal Kahani in Hindi #Lotpot Moral Stories #Moral Stories by Lotpot #Hindi Moral Stories #Kids Moral Stories #Moral Stories #Kids Hindi Moral Stories #hindi moral stories for kids #kids moral stories in hindi #Best Hindi Kahani #Bal kahani #Bal Kahaniyan #Best Hindi Kahania #Bal Kahania Lotpot #Hindi Bal Kahani #Bal Kahani Lotpot #Best Hindi Bal kahani #Bal Kahani in Hindi #Hindi Moral Stories #Hindi Moral Story #hindi moral stories for kids #bachon ki moral story #hindi moral kahani #bachon ki hindi moral story #bachon ki moral kahani You May Also like Read the Next Article