Moral Story: तीन गुड़िया

एक ज्ञानी ने राजकुमार को तीन छोटी गुड़ियों का सेट तोहफे के रूप में दिया। राजकुमार उस तोहफे को देखकर हैरान हुआ और उसने पूछा, ‘क्या मैं लड़की हूं जो आप मुझे यह गुड़ियाँ दे रहे हैं?’

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तीन गुड़िया

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Moral Story तीन गुड़िया:- एक ज्ञानी ने राजकुमार को तीन छोटी गुड़ियों का सेट तोहफे के रूप में दिया। राजकुमार उस तोहफे को देखकर हैरान हुआ और उसने पूछा, ‘क्या मैं लड़की हूं जो आप मुझे यह गुड़ियाँ दे रहे हैं?’ ज्ञानी ने कहा, ‘यह भविष्य में बनने वाले राजा के लिए तोहफा है। अगर तुम ध्यान से देखोगे तो तुम्हें हर गुड़िया के कान में एक छेद नज़र आएगा।’ फिर ज्ञानी ने राजकुमार को एक तार का टुकड़ा दिया। (Moral Stories | Stories)

उन्होंने राजकुमार को उस तार को हर गुड़िया के कान में से निकालने के लिए कहा।

राजकुमार ने सबसे पहले पहली गुड़िया उठाई और उसके कान में तार डाली। वह तार दूसरे कान से बाहर आ गई। ज्ञानी ने बताया कि यह एक प्रकार का आदमी है। तुम उसको जो कहोगे, वह उसके दूसरे कान से बाहर आ जाएगा। वह तुम्हारी बात का ध्यान नहीं रखेगा। (Moral Stories | Stories)

फिर राजकुमार ने दूसरी गुड़िया के कान में तार डाली और वह उसके मुंह से बाहर आ गई...

फिर राजकुमार ने दूसरी गुड़िया के कान में तार डाली और वह उसके मुंह से बाहर आ गई। ज्ञानी ने बताया यह दूसरे प्रकार का आदमी है। तुम उसे जो भी कहोगे वह अपने मुंह से तुम्हारी सारी बात फैला देगा। (Moral Stories | Stories)

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फिर राजकुमार ने तीसरी गुड़िया उठाई और उसमें तार डाली। और तार कहीं से भी बाहर नहीं आई। ज्ञानी ने बताया कि यह तीसरे प्रकार का आदमी है। तुम इसे जो भी कहोगे वह अपने तक रखेगा। वह तुम्हारी बात कभी बाहर नहीं आने देगा।

राजकुमार ने पूछा, ‘क्या इस प्रकार का आदमी सबसे उम्दा है?’ ज्ञानी ने जवाब में उसे चैथी गुड़िया दी। जब राजकुमार ने तार को इस गुड़िया के अंदर डाला तो वह कान में से बाहर निकल आई। ज्ञानी ने उसे दोबारा तार डालने के लिए कहा और इस बार वह मुंह से बाहर निकलकर आ गई। तीसरी बार जब राजकुमार ने तार डाली तो वह बाहर नहीं आई। (Moral Stories | Stories)

फिर ज्ञानी ने उसे समझाया, ‘इस प्रकार का आदमी सबसे उम्दा है। एक ईमानदार आदमी वही होता है जो जानता हो कि उसे कब नहीं सुनना है, कब खामोश रहना है ओर कब बोलना है।’ (Moral Stories | Stories)

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