एक अच्छी कहानी - सुरीला गधा
एक वक्त की बात है एक बूढ़ा गधा जो अपने मालिक का सामान ढोता था। एक रात उसे अपनी मर्जी से घूमने का मौका मिला और वो निकल पड़ा। उसे रास्ते में एक सियार मिला और वे दोनों खाने की तलाश में निकल पड़े।
एक वक्त की बात है एक बूढ़ा गधा जो अपने मालिक का सामान ढोता था। एक रात उसे अपनी मर्जी से घूमने का मौका मिला और वो निकल पड़ा। उसे रास्ते में एक सियार मिला और वे दोनों खाने की तलाश में निकल पड़े।
विख्यात दार्शनिक एरिक हाॅफर बचपन से ही काफी मेहनती और स्वाभिमानी थे। वह कठिन से कठिन काम करने से भी नहीं घबराते थे। उनका मानना था कि मेहनत से ही असली पहचान बनती है।
तीन बच्चे आपस में बैठे माँ के प्यार के बारे में चर्चा कर रहे थे कि कौन अपनी माँ को सबसे ज्यादा प्यार करता है। बच्चों की बातें सुनने लायक थीं और हर एक की बात में उनकी माँ के प्रति उनका नजरिया झलक रहा था।
सेठानी जी को अपनी रसोई से बहुत प्रेम था। वहाँ काम में आने वाली सभी वस्तुओं को जमा करना उनकी आदत बन गई थी। जहाँ कहीं भी रसोईघर में काम आने वाली कोई भी वस्तु मिल जाती, वे उसे ले आतीं।
उस रोज टिमटु जासूस रात को बहुत देर से सोया था, इसलिए सुबह के आठ बजने पर भी उसकी नींद नहीं खुल रही थी। सूरज सिर पर चढ़ आया था, लेकिन टिमटु खर्राटे ले रहा था। उधर उसका साथी मिमटु जासूस आकर बाहर लगी घंटी पर अपना गुस्सा उतार रहा था।
बहुत समय पहले की बात है। एक हरे-भरे जंगल में नागराज नामक एक सर्प रहता था। नागराज बहुत शक्तिशाली और बुद्धिमान था। उसने अपनी सुरक्षा के लिए जंगल के एक कोने में एक पहाड़ी के नीचे गहरा बिल बना रखा था।
एक छोटे से गाँव में बबलू नाम का एक लड़का रहता था। बबलू न केवल बहादुर था, बल्कि बहुत जिज्ञासु भी। उसे नई-नई जगहों पर जाना और चीजों को समझना बेहद पसंद था।