चेहरे को ठंड क्यों नहीं लगती?
यह कहानी सुभाषचंद्र बोस के छात्र जीवन की है, जहां वे सर्दी में भी सामान्य कपड़ों में पढ़ाई करते थे। एक अंग्रेज प्रिंसिपल ने उनसे ठंड न लगने का कारण पूछा। सुभाष ने समझाया कि आदतें हमें सहनशील बनाती हैं।
यह कहानी सुभाषचंद्र बोस के छात्र जीवन की है, जहां वे सर्दी में भी सामान्य कपड़ों में पढ़ाई करते थे। एक अंग्रेज प्रिंसिपल ने उनसे ठंड न लगने का कारण पूछा। सुभाष ने समझाया कि आदतें हमें सहनशील बनाती हैं।
यह कहानी नवनीत और उसके दादा जी की है, जहां दादा जी उसे बैल की मेहनत और मूर्खता की कथा सुनाते हैं। बैल मेहनती थे, लेकिन पुआल को चुनकर अपनी मूर्खता साबित कर दी। कहानी सिखाती है कि मेहनत के साथ समझदारी भी जरूरी है, तभी सच्ची सफलता मिलती है।
धार्मिक ग्रंथों में गणेश जी को सभी कार्यों में सबसे पहले पूजने की परंपरा का उल्लेख है। यह परंपरा क्यों और कैसे शुरू हुई, इसकी एक रोचक कथा है। यह कथा न केवल गणेश जी की बुद्धिमत्ता को दर्शाती है
जंगल में एक नटखट गधा अपनी शरारतों के लिए मशहूर था। उसकी हरकतें जानवरों को परेशान कर देती थीं। एक दिन उसे एक चमत्कारी चश्मा मिलता है, जो उसे हर चीज़ का असली रूप दिखाता है।
एक दिन की बात है, महाराजा अकबर यमुना नदी के किनारे शाम की सैर पर निकले। उनके साथ उनके दरबार के प्रसिद्ध मंत्री, बीरबल, भी थे। दोनों प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले रहे थे कि अकबर की नजर एक ऊंट पर पड़ी
एक घना जंगल था, जहाँ अलग-अलग तरह के जानवर रहते थे। उसी जंगल में मोनू नाम का एक चालाक बंदर भी रहता था। मोनू अपनी शरारतों और चतुराई के लिए पूरे जंगल में मशहूर था।
एक बच्चा था, जिसका नाम चिंटू था। वह बेहद होशियार था, लेकिन उसकी होशियारी अक्सर चतुराई में बदल जाती थी। पढ़ाई-लिखाई से ज्यादा उसका ध्यान नए-नए गैजेट्स और टेक्नोलॉजी पर रहता था।