Moral Story: जादुई ब्रश
एक लड़का था जिसका नाम सुरेश था, वह बहुत गरीब था। लेकिन गरीब होने के बावजूद वह बहुत उम्दा कलाकार था। उसने कई पेंटिंग्स बनाई जिसके लिए लोगों ने उसे बहुत सराहा। लेकिन एक समस्या थी।
एक लड़का था जिसका नाम सुरेश था, वह बहुत गरीब था। लेकिन गरीब होने के बावजूद वह बहुत उम्दा कलाकार था। उसने कई पेंटिंग्स बनाई जिसके लिए लोगों ने उसे बहुत सराहा। लेकिन एक समस्या थी।
एक समय की बात है, एक द्वीप था जहां पर सारी भावनाएं- खुशी, गम, ज्ञान और प्यार एक साथ रहते थे। एक दिन इन सभी भावनाओं को बताया गया कि वह द्वीप डूबने वाला है इसलिए सभी ने नाव बनाई।
एक राजा को अपने महल के लिए एक समझदार और ईमानदार नौकर की आवश्यकता थी। इस सेवा के लिये उस के पास तीन आदमी आए। उन में से एक दो टके का आदमी था दूसरा सौ रूपये का और तीसरा हजार रूपये मासिक वेतन का।
एक महिला अपने घर से बाहर आई और उसने तीन बुजुर्गों को देखा। उनकी सफेद लंबी दाढ़ी थी और वह आंगन में बैठे थे। वह उनको पहचान नहीं सकी। महिला ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं आपको जानती हूं। लेकिन ऐसा लग रहा है कि आप भूखे हैं।
एक किसान था, इस बार वह फसल कम होने की वजह से चिंतित था। घर में राशन ग्यारह महीने चल सके उतना ही था। बाकी एक महीने के राशन का कहां से इंतजाम होगा। यह चिन्ता उसे बार बार सता रही थी।
एक सुनार था, उसकी दुकान के पास ही एक लोहार की दुकान थी एकदम सटी हुई। सुनार जब काम करता तो उसकी दुकान से बहुत धीमी आवाज़ आती, किन्तु जब लोहार काम करता तो उसकी दुकान से कानों को फोड़ देने वाली आवाज़ आती थी।
एक राजा अपने घोड़े पर सवार एक जंगल से अकेला गुज़र रहा था। जब वह डाकू भीलों की झोपड़ी के पास से निकला, तब उसने देखा कि एक भील के द्वार पर पिंजरे में बंद तोता चिल्ला रहा है... “पकड़ो!... मार डालो इसे!